राजस्थान में वोटिंग जारी, जानिए इन 10 सीटों का राजनीतिक समीकरण

राजस्थान विधानसभा चुनाव की 199 सीटों के लिए वोटिंग जारी है. कांग्रेस-बीजेपी के बीच कांटे का मुकाबला है. राज्य की सत्ता को बरकरार रखने और सत्ता के सिंहासन तक पहुंचने की इस सियासी लड़ाई में सूबे की 10 विधानसभा सीटें ऐसी हैं, जिन पर राजस्थान ही नहीं बल्कि देश की निगाहें हैं.

राजस्थान में वोटिंग जारी

  1. झालरापाटन

झालावाड़ की झालरापाटन विधानसभा सीट पर इस बार राजस्थान ही नहीं दिल्ली की भी निगाहें टिकी हुई हैं. इस सीट पर बीजेपी से वसुंधरा राजे मैदान में हैं. कांग्रेस ने उनके खिलाफ मारवाड़ के दिग्गज नेता मानवेंद्र सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है. मानवेंद्र और वसुंधरा राजे के आमने-सामने होने की वजह से झालरापाटन प्रदेश की सबसे हॉट सीट बन गई है. वसुंधरा राजे 2003 से इस सीट लगातार विधायक हैं.

  1. टोंक में पायलट की प्रतिष्ठा

राजस्थान की टोंक विधानसभा सीट से इस बार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट मैदान में हैं. पायलट के मैदान में उतरने के बाद बीजेपी ने अपने मौजूदा विधायक और घोषित प्रत्याशी में बदलाव करते हुए वरिष्ठ नेता यूनुस खान को मैदान में उतारा है. पायलट और यूनुस खान के मैदान में उतरने से टोंक की सियासी लड़ाई काफी रोचक हो गई है. हालांकि, इस सीट पर दोनों उम्मीदवार बाहरी हैं, लेकिन राजनीतिक दिग्गजों के चलते सभी की निगाहें टिकी हैं.

  1. सांगानेर

विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी से बगावत कर ‘भारत वाहिनी पार्टी’ बनाने वाले दिग्गज नेता घनश्याम तिवाड़ी सांगानेर सीट से मैदान में हैं. बीजेपी ने इस सीट पर वैश्य कार्ड खेलते हुए महापौर अशोक लाहोटी को मैदान में उतारा है. जबकि कांग्रेस ने पुष्पेंद्र भारद्वाज पर दांव खेला है. एक तरफ बीजेपी के लिए अपनी परंपरागत सीट बचाने की चुनौती है तो वहीं, दूसरी तरफ कांग्रेस सेंध लगाने की कोशिश में है, वहीं, इन सबके बीच तिवाड़ी अपना दुर्ग बचाने की जद्दोजहद कर रहे हैं.

  1. सरदारपुरा का कौन बनेगा सरदार

जोधपुर की सरदारपुरा सीट राजस्थान की हाई प्रोफाइल सीटों में गिनी जाती है. यहां से कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मैदान में हैं. गहलोत के सामने बीजेपी ने शंभू सिंह खेतासर को मैदान में उतारा है.  कांग्रेस के अशोक गहलोत 1998 से 2003 तक और फिर 2008 से 2013 तक राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे.

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  1. नाथद्वारा

सूबे की नाथद्वारा विधानसभा सीट से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सीपी जोशी एक बार फिर चुनाव मैदान में उतरे हैं. 2008 के चुनाव में वो महज एक वोट से हार गए थे. बीजेपी ने सीपी जोशी के सामने राजपूत वोटरों को टार्गेट करते हुए महेश प्रताप सिंह को मैदान में उतारा है. महेश कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए हैं.

  1. उदयपुर शहर

मेवाड़ में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और सूबे के गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया उदयपुर सीट से एक बार फिर मैदान में हैं. यह उनका गढ़ भी कहा जाता है. कटारिया के सामने कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता डॉ. गिरिजा व्यास को मैदान में उतारा है. व्यास के उतरने से मुकाबला दिलचस्प हो गया है.

  1. डीग-कुम्हेर

भरतपुर की हॉट सीट डीग-कुम्हेर से कांग्रेस के टिकट पर विधायक और वरिष्ठ नेता विश्वेंद्र सिंह फिर से मैदान में हैं. भरतपुर राजघराने के पूर्व महाराज विश्वेंद्र सिंह के मुकाबले बीजेपी ने दिवंगत नेता दिगंबर सिंह के पुत्र डॉ. शैलेष सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है. 2013 के चुनाव में मोदी लहर के बावजूद बीजेपी जीत नहीं सकी थी. ऐसे में इस बार विश्वेंद्र सिंह और शैलेष के बीच सियासी संग्राम है.

  1. लाडपुरा

प्रदेश की प्रमुख सीटों में से एक लाडपुरा विधानसभा क्षेत्र है. इस सीट पर बीजेपी ने अपने तीन बार के विधायक भवानी सिंह राजावत का टिकट काटकर कांग्रेस से बीजेपी में आए पूर्व सांसद इज्यराज सिंह की पत्नी कल्पना को उतारा है. जबकि कांग्रेस से नईमुद्दीन गुड्डू की पत्नी गुलनाज को मैदान में उतारा है.

  1. बीकानेर पश्चिम

बीकानेर पश्चिम सीट पर कांग्रेस की दावेदारी को लेकर काफी घमासान हुआ था. कांग्रेस से बीडी कल्ला मैदान में है. इस सीट पर बीजेपी ने तीन बार विधायक रहे गोपाल जोशी को फिर से मैदान में उतारा है. जोशी दो बार कल्ला को हरा चुके हैं.

  1. खिंवसर

राजस्थान की खिंवसर विधानसभा सीट पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल मैदान में हैं. कांग्रेस ने रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी सवाई सिंह पर दांव लगाया है. जबकि बीजेपी से रामचंद्र उत्ता सियासी रण में है. बेनीवाल 2013 में निर्दलीय चुनाव जीत हासिल की थी. इस बार दोनों बड़े दलों से नए चेहरे मैदान में उतरने से मुकाबला रोचक हो गया है.

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