राजभवन में लगे प्रादेशिक फल, शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी में उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के स्टॉल का राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने दौरा किया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र, यूपी मेट्रो के निदेशक (परिचालन) सुशील कुमार तथा मेट्रो के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे। हर साल की तरह इस बार भी उत्तर प्रदेश मेट्रो तीन दिवसीय पुष्प प्रदर्शनी में हिस्सा ले रहा है, जिसका उद्घाटन राज्यपाल के करकमलों से हुआ।

यूपी मेट्रो ने विगत सालों में राजभवन पुष्प प्रदर्शनी में फूलों की सजावट और हार्टीकल्चर डिज़ाइन के लिए कई पुरस्कार हासिल किए हैं। इस बार भी यूपी मेट्रो के हॉर्टीकल्चर विभाग ने प्रदर्शनी के विभिन्न वर्गों में हिस्सा लिया है जिसे लोगों की भरपूर सराहना मिल रही है। यह स्टॉल जहां एक ओर लखनऊ मेट्रो के अब तक के सफर को प्रदर्शित कर रहा है तो वहीं कानपुर एवं आगरा मेट्रो परियोजनाओं के निर्माण कार्य की प्रगति की जानकारी भी यहां मिल रही है। इस स्टॉल पर विक्रय के लिए उपलब्ध मेट्रो टॉय ट्रेन, घड़ी, कलम आदि स्मृति चिह्न भी खूब लोकप्रिय हो रहे हैं।
आरंभ से ही यूपी मेट्रो ने प्रकृति और हरियाली के लिए समर्पित होकर कार्य किया है। इसीका परिणाम है कि लखनऊ मेट्रो द्वारा 34,000 वर्ग मीटर तथा कानपुर मेट्रो द्वारा 14,000 वर्ग मीटर के क्षेत्र में हरियाली विकसित गई है। प्रतिवर्ष 2 लाख लीटर वर्षा जल का संरक्षण किया जाता है। यूपी मेट्रो के डिपो में ज़ीरो डिस्चार्ज फैसिलिटी अर्थात् ऐसी व्यवस्था की गई है कि किसी भी प्रकार के प्रदूषण फैलाने वाले तत्व का बाहर उत्सर्जन नहीं किया जाता। दूषित जल का उपचार कर पुनःप्रयोग में लाने के लिए संयंत्र लगाए गए हैं। यही नहीं मेट्रो से यात्रा के दौरान यात्रियों से प्राप्त किए गए तंबाकू उत्पादों को कंपोस्ट मशीन से खाद में परिवर्तित कर उसका इस्तेमाल शहर को हरा-भरा बनाने में किया जा रहा है।
कुमार केशव, प्रबंध निदेशक, उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने हॉर्टीकल्चर विभाग की कलात्मक पुष्प प्रदर्शनी की प्रशंसा की है। मेट्रो स्टॉल में दी जानकारी के बारे में कुमार केशव ने कहा कि इस बार की प्रदर्शनी लोगों को लखनऊ मेट्रो के साल भर के सफर की जानकारी तो देगा ही साथ ही उत्तर प्रदेश मेट्रो की योजनाओं के बारे में भी अवगत कराएगा।