रक्षामंत्री राजनाथ ने देश सुरक्षा को लेकर किया ये बड़ा फैसला, जिसे जानना है बेहद जरुरी
केंद्र सरकार ने सोमवार को राज्यसभा में बताया कि सेना में अभी करीब 45 हजार पद खाली हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक लिखित सवाल के जवाब में बताया कि जनवरी 2019 तक सेना में 45,634 पद रिक्त हैं।
उन्होंने कहा कि इनमें सेकंड लेफ्टिनेंट से ऊपर की रैंक के करीब 7,399 पद भरे जाने हैं। रक्षा मंत्री ने राज्य सभा में यह भी कहा कि वित्तीय कारणों को सेना की तैयारी में आड़े नहीं आने दिया जाएगा।
रक्षा मंत्री ने सोमवार को कहा कि सेना में भर्ती एक निरंतर प्रक्रिया है, बीते तीन साल में सेना में भर्ती की अधिसूचनाओं समेत प्रचार आदि पर करीब 794.53 लाख रुपये खर्च किए गए इसके बावजूद इस साल जनवरी तक सेना में 45634 पद खाली हैं।
उन्होंने कहा कि इसका कारण समय समय पर पदों में वृद्धि, कठिन चयन प्रक्रिया, सेवा में शामिल उच्च जोखिम की स्थितियां और कठिन सेवा परिस्थितियां तथा प्रशिक्षण की गुणवत्ता से समझौता नहीं करना आदि हो सकते हैं।
सेना की तैयारी से समझौता नहीं होगा
रक्षा मंत्री ने राज्यसभा में देश को भरोसा दिलाया कि सेना की तैयारियों से कोई समझौता नहीं किया जाएगा और वित्तीय अड़चनें इसके रास्ते में कभी नहीं आ पाएंगी। हमने इसके लिए कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा के लिए हम पूरी तरह तैयार हैं और इस पर किसी भी बात का कोई विपरीत असर नहीं होने पाएगा। उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में बताया कि पिछले सालों में रक्षा बजट बढ़ा है।
ये कहानी सिखाती है कि मेहनत कभी बेकार नहीं जाती
उन्होंने बताया कि 2019-20 में केंद्र सरकार के कुल व्यय का एक तिहाई करीब 32.19 फीसदी रक्षा पर हुआ। उन्होंने कहा कि सेना के आधुनिकीकरण के लिए जरूरी कदम निरंतर उठाए गए और आगे भी उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि नौकरशाही के कारण सेना के किसी फैसले या उसके क्रियांव्यन मे कोई देरी नहीं होने दी जाती है।