यूपी के किसानो की हालत दयनीय, पेमेंट न मिलने से जाहिर की नाराजगी

रिपोर्ट- महेंद्र सिंह

बिजनौर। बिजनौर के किसान की बात कर करें तो बिजनौर के किसान के हालात बेहद खराब हैं किसानों को सबसे ज्यादा दिक्कत हुई है उनका पैसा ना मिलने कारण किसानों का बीते सत्र का गन्ने का पैसा अभी तक नहीं मिला है और अगले सत्र के लिए मिल गन्ना पिराई के लिए तैयार है अगर पेमेंट की बात यहां पर की जाए तो पेमेंट अभी तक किसानों का नहीं दिया गया है जिसको लेकर किसान काफी नाराज है सरकार से जो अपेक्षाएं थे किसान की उन पर सरकार खरी नहीं उतरी है।

दूसरी ओर किसान के जो बिजली का पेमेंट है जो कृषि कार्ड का बकाया है उसको लेकर लगातार किसान पर दबाव बनाया जा रहा है जिसको लेकर किसान करो या मरो की स्थिति में है इस समय किसान की जेब फिलहाल खाली है और खाली हाथ की शान लाचार है जो गेहूं की फसल की बुवाई होनी है वह भी किसान अभी तक यहां पर नहीं कर पा रहे है।

बिजनौर में किसानों की हालत बहुत ही दयनीय है किसान का पेमेंट मिल वाले दबाए बैठे हैं और किसान पर समितियां बैंक और बिजली विभाग का जो बकाया है उसको लेने के लिए किसान पर दबाव बनाया जा रहा है किसान के हाथ खाली है और किसान किसी का बकाया देने की स्थिति में नहीं है कुछ किसानों का मानना है अगर यही हालात चलते रहे तो किसान जल्द ही खेती-बाड़ी छोड़ देगा।

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बिजनौर जनपद में खेती के रकबे की अगर बात की जाए तो बिजनौर में 221000 हेक्टेयर रकबा गन्ना खेती में किसान इस्तेमाल करते हैं अगर किसानों की बात की जाए तो बिजनौर में 340000 किसान गन्ने की खेती से जुड़े हुए हैं उन्हें किसानों की याद हालत खराब है क्योंकि मिल वाले उनका 195 करोड़ रुपया किसानों का मिल वाले दबाए बैठे हैं।

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