यहां पर बसा है रेप के आरोप में भगोड़े नित्यानंद का देश

रेप के मामले में आपराधी करार नित्यानंद (Nityanand) एक बार फिर सुर्खियों में है। बता दें कि यह विवादित धर्मगुरु अपने आपको भगवान की उपाधि देता है और इसका खुद का कथित रूप से त्रिनिदाद के पास एक नया देश कैलासा (Kailasa) बसा हुआ है। आरोपी करार होने के बाद अब यह अपने सभी भक्तों को इसके देश यानी कैलासा आने के लिए कह रहा है। नित्यानंद ने अपने भक्तों को संबोधित करते हुए एक वीडियो को माध्यम से कहा कि उनके देश आने के लिए चार्टर्ड फ्लाइट सर्विस उपलब्ध है।

अतरिक्त जानकारी देते हुए नित्यानंद ने बताया कि वहां आने वाले सभी भक्तों को केवल 3 दिनों को लिए ही रुपने की अनुमति होगी। भक्तों की सुविधा के लिए नित्यानंद ने रूट मैप भी जारी किया है। भक्तों को फ्लाइट से ऑस्ट्रेलिया (Australia) आने की गुहार लगाते हुए कहा कि वे इसके बाद चार्टर्ड फ्लाइट सर्विस के माध्यम से उन तक पहुंच सकते हैं। बता दें कि पिछले ही साल नित्यानंद ने खुद का साम्राज्य बसाने का लोगों के सामने दावा किया था। तब से अब तक उनके कई वीडियो भक्तों तक पहुंच चुके हैं। वीडियो में दावा किया गया है कि वहां उनकी अलग करंसी, रिजर्व बैंक समेत कई अन्य सुविधाएं मौजूद हैं।

जानकारी के लिए आपको बता दें कि दक्षिण अमेरिका में त्रिनिदाद और टोबैगो, इक्वाडोर समेत कई ऐसे द्वीपीय देश हैं जहां पैसों से कोई भी व्यक्ति खुद का द्वीप (island) खरीद सकता है। यह बिल्कुल जमीन खरीदने जैसा ही है। अशंका जताई जा रही है कि रेप के आरोप में भगौड़े नित्यानद ने भी यहीं कहीं द्वीप खरीद उसका नाम कैलासा रखा है। लेकिन अभी तक यहां कोई नहीं पहुंच सका है।

यदि बात करें द्वीप खरीदने के कानूनों की तो उसके मुताबिक कोई व्यक्ति पैसों से द्वीप खरीद तो सकता है लेकिन उसे देश घोषित नहीं कर सकता। इस पर विशोषज्ञों ने भी अपनी राय देते हुए कहा कि यह कोई खेल नहीं है कि आप किसी भी खाली पड़े द्वाप को खरीद उसे अपना देश बोल संबोधित करें। किसी भी राष्ट्र के लिए यह बेहद महत्वपूर्ण है कि विश्व के अन्य देश भी उसे राष्ट्र की मान्यता दें।

नित्यानंद की वेबसाइट के मुताबिक कैलासा में नित्यानंद के द्वारा कैबिनेट का भी गठन किया जा चुका है। जिसके अंतर्गत स्वावस्थ्य, शिक्षा, तकनीक, हाउसिंग जैसे विभाग आते हैं। वहीं नागरिक्ता के स्थान पर आध्यात्मिक नागरिकता की बात की गई है। इस से यह साफ हो जाता है कि नित्यानंद के इस कथित देश में बसने जैसा कुछ भी नहीं है। बता दें कि नित्यानंद ने अपने इस हिंदु राष्ट्र का एक त्रिकोण आकार वाला झंडा भी जारी किया था। यदि बात करें इस झंडे कि तो इसमें उसकी खुज की तस्वीर साफ देखी जा सकती है जिसमें उसने खुद को परमशिव करार दिया है। झंडे पर एक नदि भी देखी जा सकती है जिसका उसने ऋषभध्वज नाम रखा है।

LIVE TV