मामूली विवाद में अधिवक्ताओं ने लेखपालों को जमकर पीटा, कमरे में बंद हो बचाई जान
Report-Dileep
कन्नोज – कन्नौज की छिबरामऊ तहसील में आज मामूली विवाद में अधिवक्ताओं व लेखपालों में मारपीट हो गयी। तहसील परिसर में पहले लेखपालों ने एक अधिवक्ता को पीटा, फिर एकजुट हुये अधिवक्ताओं ने लेखपालों को दौड़ा दौड़ाकर पीटा। अधिवक्ताओं की दहशत से कई लेखपालों ने खुद को कमरे में बंद कर अपनी जान बचाई। काफी देर बाद पहुंचे भारी फोर्स ने लेखपालों को निकालकर सुरक्षित जगह पर पहुंचाया। आक्रोशित वकीलों ने लेखपाल पर कार्यवाही न होने तक हड़ताल की बात कही है।
कन्नौज के कोतवाली छिबरामऊ के विशुनगढ़ बैजूरामपुर निवासी अधिवक्ता देवेंद्र वर्मा ने बताया कि मौजा रजलामऊ के सवर्ण आरक्षण की रिपोर्ट लगाने को क्षेत्र की महिला लेखपाल के पास तहसील परिसर में बने कक्ष में गए थे। वहां पर रिपोर्ट की जानकारी मांगी, तो रिपोर्ट अभी न लग पाने की बात कही। इसके बाद रुपये भी मांगे। करीब 15 दिन का समय हो जाने पर रिपोर्ट लगाने को कहा तो अन्य लेखपालों ने अभद्रता की। विरोध करने पर मारपीट कर दी। परिचय पत्र, तीन सौ रुपये व जंजीर तोड़ ली।
करीब 15 लेखपाल अन्य आ गए और गिरा कर मारापीटा। जान से मारने को गला भी दबाया। मारपीट की जानकारी होने पर साथी अधिवक्ता जमा हो गए। नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद लेखपाल व अधिवक्ता आमने-सामने आ गए। नोकझोंक के बाद हाथापाई हुई। मौके पर प्रभारी निरीक्षक आलोक कुमार राय पहुंचे लेकिन बात नहीं बनी। हंगामे के बीच परिसर में खड़ी बाइकें व सभागार की कुर्सियां भी क्षतिग्रस्त हो गईं।
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मामला तूल पकड़ा तो एसडीएम तिर्वा महेंद्र कुमार सिंह व सीओ तिर्वा सुबोध कुमार जायसवाल पहुंच गए। एडीएम कन्नौज पहुंचे और बंद कमरे मे अधिवक्ताओं व लेखपालों से बात की। वहीं महिला लेखपाल ने भी अधिवक्ता के अभद्रता करने की बात कही है।