
जावेद चौधरी
गाजियाबाद – गाजियाबाद से एक होमगार्ड महिला की बहादुरी का किस्सा पूरे जनपद में चर्चा का विषय बना हुआ है। महिला होमगार्ड की सुझबूझ से 15 लोगों की जान बच गयी। मंजू उपाध्याय नाम की महिला होमगार्ड गाजियाबाद विकास प्राधिकरण में तैनात है ।मंजू उपाध्याय की बहादुरी और सूझबूझ की प्रशंसा उनके महकमे के लोग भी कर रहे हैं।
दरअसल सोमवार को गाजियाबाद विकास प्राधिकरण का सचल दस्ता अकबरपुर बहरामपुर में एक अवैध टावर सील पर कार्रवाई करके आ रहा था। इसी दौरान गाड़ी के चालक को दिल का दौरा पड़ गया। चलती गाड़ी में चालक की मौत हो गई।
वही ड्राइवर सीट के पास बैठी महिला कांस्टेबल मंजू उपाध्याय का ध्यान जब ड्राइवर की तरफ गया और देखा कि गाड़ी की दिशा रास्ते से भटक रही है तो मंजू उपाध्याय ने आनन-फानन में ब्रेक को दबाते हुए स्टेरिंग को काबू किया ।
जिससे गाड़ी में बैठे सभी लोग चकित रह गए। हालांकि इस दौरान गाड़ी रास्ते पर खड़ी कुछ ठेली पटरी से भी टकरा गई थी। जिस वक्त यह घटना घटी उस वक्त गाड़ी में 15 से 20 लोग मौजूद थे। गाड़ी रुकने के बाद जब लोगों ने देखा कि क्या हुआ है और मंजू की सूझबूझ और बहादुरी की वजह से एक बड़ी घटना बच गई है।
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घटना के बाद जैसे ही गाड़ी रुकी उसके बाद ड्राइवर को आनन-फानन में अस्पताल भेजा गया ।बताया जा रहा है कि ड्राइवर की हृदय गति रुकने के कारण मौत हो चुकी है। लेकिन जो लोग उस वक्त गाड़ी में मौजूद थे। वह सभी लोग मंजू उपाध्याय की बहादुरी और जागरूकता की प्रशंसा करते नहीं थक रहे हैं