
ग्रुप ऑफ सेवेन (जी-7) में शामिल देश कोविड-19 और भविष्य की महामारियों से निपटने के लिए टीका और चिकित्सा संबंधी परीक्षणों पर सहयोग बढ़ाने को लेकर सहमत हो गए हैं। ब्रिटेन सरकार ने यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड में जी-7 के स्वास्थ्य मंत्रियों की दो-दिवसीय की मेजबानी करने के बाद यह घोषणा की है। यदि बात करें आधिकारिक बयान की तो उसके अनुसार चिकित्सीय और टीकों का एक क्लिनिकल परीक्षण जल्द शुरू किया जाएगा। इसका उद्देश्य उच्च गुणवत्ता वाले परीक्षणों में मदद करना और अनावश्यक दोहराव से बचना है।

इस बयान में ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री के हवाले से कहा गया, “इसमें (समझौता) क्लिनिकल परीक्षणों, सुरक्षित टीकों तक त्वरित एवं व्यापक पहुंच, डेटा का बेहतर इस्तेमाल, अधिक उत्तम स्वास्थय निगरानी उपकरण, देशों के बीच अधिक से अधिक सहयोग के जरिये हम सभी को सुरक्षित बनाने के कई उपाय शामिल किये गये हैं।” जी-7 देश परीक्षणों और टीकाकरण प्रमाणपत्रों को पारस्परिक रूप से मान्यता देने पर साथ मिलकर काम करने के लिए भी सहमत हुये हैं। जी-7 समूह में कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन और अमेरिका शामिल हैं। इससे यह साफ है कि महामारी के खिलाफ सभी देश अपना-अपना योगदान देने के लिए तैयार हैं। जो कि किसी समझदारी से कम नहीं है।
