महाभारत में भीष्म पितामह के पीछे रखे ‘कूलर’ पर लोगों ने कहा कुछ ऐसा, सोशल मीडिया पर बन गए मीम्स..

लॉकडाउन में लोगों की डिमांड पर शुरु होना वाले सीरियल रामायण और महाभारत इस वक्त लोगों को बहुत पसंद आ रहा है. इस वजह से दूरदर्शन की टीआरपी तेजी से बढ़ती दिखाई दी. साथ ही हर दिन के एपिसोड के बाद लोगों का उसपर कुछ न कुछ टिप्पणी करना या कहना सोशल मीडिया पर भी छा जाता है. हर कोई उस दिन की होने वाली घटनाओं पर चर्चा करते हुए नजर आते हैं. ऐसा ही हुआ महाभारत के एक एपिसोड को लेकर जो बन गया दर्शकों का टारगेट. महाभारत में भी लोगों ने भीष्म पितामह के पीछे एक कूलर रखा हुआ नोटिस कर लिया है.

 

महाभारत

 

इन दिनों सोशल मीडिया रामायण और महाभारत के मीम्स से भरा पड़ा है। वहीं सोशल मीडिया यूजर्स को एक बार फिर से मौका मिल गया महाभारत पर मीम्स बनाने का। लोगों को महाभारत के एक सीन में ‘कूलर’ क्या दिख गया, सोशल मीडिया पर मीम्स की बाढ़ आ गई। लोगों ने महाभारत के इस सीन की ‘गेम ऑफ थ्रोन्स’ से तुलना कर दी। लोगों ने इस सीन के स्क्रीनशॉट लेकर सोशल मीडिया पर शेयर करना शुरू कर दिए।

 

 

भीष्म पितामह के पीछे रखे कूलर की तस्वीर को साझा करते हुए कई यूजर्स ने इस पर मीम्स बनाना शुरू कर दिया। एक यूजर ने इस तस्वीर को साझा करते हुए लिखा, ‘भीष्म पितामह कूलर इस्तेमाल कर रहे हैं… ओ भाई मारो मुझे मारो’। तो वहीं एक अन्य यूजर ने इसकी तुलना ‘गेम ऑफ थ्रोन्स’ से करते हुए लिखा, ‘महाभारत में भीष्म पितामह के पीछे रखा कूलर फैन्स को गेम ऑफ थ्रोन्स की याद दिला रहा है।’

 

 

यूजर्स यहीं नहीं रुके, उन्होंने कूलर के आविष्कार को लेकर भी जमकर चुटकी ली। एक यूजर ने इस तस्वीर को साझा करते हुए लिखा, ‘कूलर्स का आविष्कार 1951 में हुआ था… लो भीष्म पितामह- अपुनइच भगवान है।’ तो वहीं एक अन्य यूजर ने हंसते हुए लिखा है भीष्म पितामह कूलर इस्तेमाल कर रहे हैं।

 

ये है सच्चाई
सोशल मीडिया यूजर्स ने इस सीन को लेकर कई सारे मीम्स तो बना लिए लेकिन इस सीन की सच्चाई कुछ और ही थी। इस सीन में भीष्म पितामह बने मुकेश खन्ना पीछे कूलर नहीं रखा था। बल्कि ये एक पिलर(स्तंभ) था। जो शूटिंग पर बना हुआ था। इसकी डिजाइन पूरी तरह से कूलर जैसी थी जिससे देखने वाले धोखा खा गए और इसे कूलर समझ बैठे। हालांकि महाभारत के अन्य सीन देखकर आप खुद भी समझ ही जाएंगे कि वाकई लोगों को इसे देखकर धोखा हो गया।

 

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