EXCLUSIVE: मिर्ज़िया मेरे लिए अहम, इसी के बाद मिली मुग़ल-ए-आज़म: मयूरी उपाध्याय

मयूरी उपाध्याय इति राज

मुंबई। बॉलीवुड की कोरियोग्राफर मयूरी उपाध्याय इस समय बुलंदियों को छूं रही हैं। मयूरी बंगलूरु से हैं जिनकी इंडियन कंटेम्परी डांस कंपनी है जिसका नाम नृत्यरूतिया है। उन्होंने मोदी के मेक इन इंडिया प्लान में भी साथ दिया है। इतना ही नहीं, उन्होंने कोरियोग्राफी के फील्ड में इंटरनेशनल अवार्ड भी हासिल किया है। उन्होंने इंग्लैंड की क्वीन बनकर भी परफॉर्म किया है।

बता दें कि हाल में आई फिल्म मिर्ज़िया को भी उन्होंने कोरियोग्राफ किया, जो राकेश ओम प्रकाश मेहरा के डायरेक्शन में थी।

इन्होंने डांस रियलिटी शो ‘झलक दिखला जा’ में भी जज की भूमिका निभाई। बहरहाल वह इस समय अपने अगले प्रोजेक्ट यानी मुग़ल-ए-आजम पर फोकस कर रही है जिसे फ़िरोज़ अब्बास खान ने डायरेक्ट किया है।

मयूरी उपाध्याय ने की लाइव टुडे से ख़ास बातचीत…

आपने कब से शुरू की डांसिंग और कैसे हुई ट्रेनिंग ?

मैंने छह साल पर डांस करना शुरू कर दिया था। मेरी ट्रेनिंग बहुत वर्सटाइल तरीके से हुई है। मैंने कई सारे अलग-अलग डांस कंपनी के लिए भी काम किया। यहीं से मैंने कंटेम्परी डांस के कई स्टाइल सीखे।

डांसिंग आज कल लोगों के लिए जूनून है लेकिन आपका करियर…क्या आपके पेरेंट्स डांस में करियर बनाने के लिए रेडी हो गए थे?

अगर सच बताऊँ तो ना ही मैंने और ना ही मेरे परिवार वालों में से किसी ने यह सोचा था कि मैं डांसिंग में अपना करियर बना लूंगी। जिस दिन मैंने अपना कॉलेज छोड़ा, उसके अगले दिन से डांस पर पूरी तरह से फोकस करने लगी थी। लेकिन अभी मेरा मोटो है कि मुझे डांसिंग से पैसे कमाना हैं।

साउथ इंडियन लोग और ब्राह्मण फैमिली अपने बच्चों को कभी डांसिंग में करियर बनाने के लिए उत्साहित कभी नहीं करते क्योंकि उनकी सोच होती है कि अगर बेटा इंजीनियर बनेगा तो बेटी भी इंजीनियर बनेगी…इसी तरह आज कल सभी पेरेंट्स सोचते हैं लेकिन एक समय ऐसा आया जब मैं अपने करियर को लेकर सीरियस हो गई। हालंकि मेरे पेरेंट्स ने मेरा इंटरेस्ट देखा और मुझे उनसे ताकत मिली जिसके बाद आज मैं यहां पर हूँ।

डांस के चलते क्या आपकी पढाई पर कोई असर पड़ा?

बिलकुल नहीं, मैंने ग्रेजुएशन सोशोलजी और इंग्लिश से किया है। मैंने अपना ग्रेजुएशन माईसूर एजुकेशन सोसाइटी से किया जहां का कट ऑफ ही 94 परसेंट होता है। लेकिन मैं यहां भी डांस क्लास करने के लिए जाती थी। हालांकि मेरी पढाई आज भी मुझे कहीं न कहीं साथ देती है।

मिर्ज़िया फिल्म के साथ आपका एक्सपीरियंस कैसा रहा?

बहुत अच्छा रहा। फिल्म के लास्ट डे ऐसा लग रहा था जैसे ये दिन वापस चले आयें। अभी हम लोग मुग़ल-ए-आज़म कर रहे हैं.यह एक थियेटर प्रोडक्शन है। इस फिल्म का क्लासिक एलिमेंट ही इसकी ताकत है।

बात करें मिर्ज़िया की, तो यह एक कामर्शियल फिल्म है..गुलज़ार साहब की स्क्रिप्ट थी। भाग मिल्खा भाग करने के बाद मिर्ज़िया एक म्यूजिकल लव स्टोरी थी जो एक कम्पलीट पैकेज है। इस फिल्म के लिए मैंने पहले ही कह दिया था कि मैं ठुमके नहीं लगा सकती.यह आपको ठीक है तो मैं साइन करूँ। उसके बाद उन्होंने मुझे मेरी पूरी कंपनी के साथ बुलाया। लगभग 80 लोग की टीम थी जिन्होंने इस फिल्म के एक स्पेशल सांग के लिए कंटेमपरी डांस किया है। यह एक अच्छा एक्सपीरियंस था।

मुग़ल ए आज़म के लिए कहना है..

मुझे लगता है कि मेरे से ज्यादा लोग इस फिल्म के बारे में बोल रहे हैं। जिस तरह के कोम्प्लिमेंट्स मिल रहे हैं, उससे लग रहा है कि सभी को मुग़ल-ए-आज़म का इंतज़ार है। आप सभी को आना चाहिए देखने।

बॉलीवुड में आप नया चेहरा हैं..तो आपके लिए ये एक चैलेंज है?

नो,नो मैं बॉलीवुड का नया चेहरा नहीं हूं। मैं बॉलीवुड की सारी फिल्में भी नहीं करना चाहती क्योंकि मैं फिल्मों को लेकर बहुत चूजी हूँ।

आप बॉलीवुड में कब एक्ट करोगे?

मैं कोरियोग्राफर हूँ बस यही बनके रहना चाहती हूँ। यही मेरी ज़िन्दगी है..यही मेरा जूनून..

 

 

 

 

 

 

 

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