मप्र में भाजपा और कांग्रेस ने की पुनर्मतदान की मांग

भोपाल| मध्य प्रदेश में बुधवार को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हो गया। सत्ताधारी दल भाजपा और विपक्षी दल कांग्रेस ने कई मतदान केंद्रों में पुनर्मतदान की मांग की है। राज्य में मतदान के दौरान कई स्थानों पर ईवीएम की गड़बड़ी के चलते मतदान रुका रहा। तीन से चार घंटे तक मतदाता मतदान नहीं कर पाए। इसके चलते भाजपा और कांग्रेस ने पुनर्मतदान की मांग की है।
मप्र में भाजपा
भारतीय जनता पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने निर्वाचन आयोग से मांग की है कि मध्यप्रदेश के कुछ स्थानों पर ईवीएम मशीन खोलने में पोलिग पार्टी को काफी समस्याएं आई थी, जिस कारण उन स्थानों पर देरी से मतदान प्रक्रिया शुरू हो पाई।

मशीन एक के बाद एक खराब होती गई और कई स्थानों पर मशीनें उपलब्ध नहीं होने के कारण तीन से चार घंटे तक मतदान प्रक्रिया स्थगित रही, इससे नाराज होकर अधिकांश मतदाता मतदान किए बगैर ही लौट गए।

सतना जिले में मतदान की प्रक्रिया बहुत लंबे समय तक बाधित रही, इस कारण से यहां पुनर्मतदान कराया जाना आवश्यक है।

प्रतिनिधिमंडल ने मांग करते हुए कहा कि भिंड जिले में आतंक के वातावरण में पुलिस मूकदर्शक बनी रही। अनेक स्थानों पर मतदाताओं को मतदान केन्द्र से भगाया गया। मतदान से वंचित किया गया। असामाजिक तत्वों का बोलबाला रहा। पूरे भिंड जिले का वातावरण निष्पक्ष तरीके से मतदान प्रक्रिया को संचालित नहीं कर सका। यहां भी पुर्नमतदान जरूरी है। प्रतिनिधिमंडल में शांतिलाल लोढ़ा, एस़एस़ उप्पल, ओमशंकर श्रीवास्तव, रवि कोचर शामिल थे।
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वहीं कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा कि राज्य में हर एक विधानसभा क्षेत्र में एक से 70 मष्श्ीनों के खराब होने की बात सामने आई है। कांग्रेस की ओर से चुनाव आयोग से 150 शिकायतें की हैं।
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कमलनाथ ने कहा है कि निर्वाचन आयोग के अनुसार अगर मतदान तीन घंटे से ज्यादा नहीं हो पाता है तो वहां पुर्नमतदान का प्रावधान है और इसी के चलते कांग्रेस ने पुर्नमतदान की मांग की है।

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