मदरसों और मस्जिदों से मोदी को चुनौती, दम है तो रोक कर दिखाओ

शिवसेनामुंबई। महाराष्‍ट्र में बीजेपी की सहयोगी शिवसेना ने पीएम मोदी पर निशाना साधा है| शिवसेना ने चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि मंदिरों के धन पर कार्यवाई करने वाले पीएम मोदी क्या मदरसों और मस्जिदों पर भी ऐसा एक्शन लेंगे|

शिवसेना ने त्र्यंबकेश्‍वर मंदिर के पुजारियों के खिलाफ इनकम टैक्‍स की कार्रवाई करने पर मोदी सरकार की आलोचना की है। शिवसेना ने मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि धर्मनिरपेक्षता के प्रदर्शन के लिए ऐसा किया गया है। वहीं 2014 लोकसभा चुनाव के समय शिवसेना व तमाम पार्टियों ने मोदी को हिंदूवादी नेता कहा था और इसीलिए उन्हे आरएसएस से समर्थन भी मिला था।

मोदी ने सभी की भावनाओं के विपरीत जाकर ऐसी कार्यवाही की है और अगर वह अपने आप को धर्मनिरपेक्ष दिखाना ही चाहते हैं तो जरा मस्जिदों, चर्च और अन्य धार्मिक प्रतिष्ठानों पर इनकम टैक्स का छापा मार कर दिखाएं।

शिवसेना के मुखपत्र सामना के संपादकीय में कहा कि मोदी सरकार अब कांग्रेस, लालू प्रसाद यादव और मुलायम सिंह की धर्मनिरपेक्षता से एक कदम आगे निकल चुकी है। इनकम टैक्‍स अधिकारियों के पास चर्चों, मदरसों और मस्जिदों के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई करने का माद्दा नहीं है जहां धर्मांतरण की खातिर दूसरे मुल्‍कों से कालाधन आ रहा है।

संपादकीय में कहा गया है कि मोदी सरकार का कालेधन पर हमला बिल्कुल सही है लेकिन क्या केवल हिंदुओं के मंदिर में ही सबसे ज्यादा काला धन उनको दिखाई दे रहा है। त्रयंबकेश्वर मंदिर व अन्य मंदिरों के पुजारी पूजा पाठ के जरिये ही कमा रहे हैं और यह आसान काम नहीं है। मोदी की नजर केवल इन्ही के पास रखे धन पर जा रही है, मस्जिदों व मदरसों पर नहीं।

 चुनावी राजनीति कर रहे मोदी
शिवसेना के मोदी सरकार के इस काम को चुनावी राजनीति से प्रेरित बताया है। साथ ही यह भी बता दें कि जल्द ही बीएमसी के चुनाव होने हैं और इस मुद्दे को उठाकर शिवसेना हिंदू कार्ड खेलना चाहती है।

क्या था मामला
आईटी डिपार्टमेंट ने नासिक स्थित त्र्यंबकेश्‍वर मंदिर के दो प्रमुख पुजारियों को एक नोटिस भेजी है। इसमें पुजारियों के पास कथित बेहिसाब नकदी की बात कही गई है। साथ ही बताया कि इन दोनों पुजारियों के खिलाफ जांच के आदेश दिए जा चुके हैं। आईटी अधिकारियों का अनुमान है कि इन पुजारियों के पास 2.3 करोड़ रुपये की बेहिसाब संपत्ति है।

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