मथुरा का जवाहर बाग पार्ट -2 बनने की तैयारी में कानपुर का घाटमपुर

मथुरा का जवाहर बागकानपुर देहात। कानपुर के घाटमपुर का एक गांव अब मथुरा का जवाहर बाग बनता नजर आ रहा है। यहां नेवेली कंपनी द्वारा केंद्र सरकार के उपक्रम पावर प्लांट के लिए जमीन अधिगृहण करने में उचित मुआवजे की मांग को लेकर पिछले महीने से शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन, अब उग्र रूप लेता जा रह है।

शुरुआत में धरना प्रदर्शन कर किसानों ने राज्‍य सरकार को चेताया लेकिन 15 दिसंबर को सीएम अखिलेश यादव की सभा में तोड़फोड़ ने मामले को हिंसक रूप दे दिया है। खबर के मुताबिक घाटमपुर इलाके के लहुरीमऊ गांव में भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष निरंजन राजपूत ने कब्जा कर लिया है। यही नहीं अपनी सुरक्षा में सैकड़ों ग्रामीणों को आगे कर दिया है।

इन ग्रामीणों में महिलाओं की संख्या भी अच्छी खासी है। उधर निरंजन राजपूत को एक बार गिरफ्तार करने का असफल प्रयास कर चुकी पुलिस इस समय हमीरपुर, कानपुर और फतेहपुर के थानों की फोर्स लेकर गांव के बाहर ही घेराबंदी किए हुए है। कोई भी गांव में घुसने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है।

15 दिसंबर को इन किसानों ने मुख्यमंत्री की जनसभा में हंगामा किया था। रविवार को दो जिलों की पुलिस इन्हें पकड़ने के लिए पहुंची तो पुलिस और ग्रामीणों के बीच संघर्ष हुआ, जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। जिसके बाद पुलिस को बिना आरोपियों को पकड़े बैंरंग लौटना पड़ा था। किसानों व पुलिस के बीच हुए संघर्ष में घायल पुलिसकर्मियों क्राइम ब्रांच प्रभारी रामाश्रय यादव की हालत में सुधार न होने पर उन्हें कानपुर रेफर किया गया है। हमले में सजेती एसओ आद्धा प्रसाद वर्मा, कोतवाल प्रमेंद्र कुमार सिंह हमीरपुर क्राइम ब्रांच प्रभारी रामाश्रय यादव के अलावा सात सिपाही घायल हुए। रामाश्रय के अलावा बाकी सभी की अस्पताल से छुट्टी कर दी गई है।

LIVE TV