REPORT- Sanjay Pundir
हरिद्वार- उत्तराखंड के हरिद्वार जनपद में देर रात हुई मूसलाधार बारिश और भारी ओलावृष्टि का स्थानीय किसानों पर बड़ा असर देखने को मिला है. रात में हुई भारी बारिश और ओलावृष्टि के कारण किसानों की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है. हरिद्वार के गेहूं और गन्ने के किसानों पर इस बारिश और ओलावृष्टि की सबसे ज्यादा मार पड़ी है . जनपद हरिद्वार के किसानों की फसल पूरी तरह से बर्बाद होने के कारण इन किसानों पर अब आजीविका का संकट मंडराने लगा है. फसल बर्बाद होने की मार झेल रहे हरिद्वार के किसान अब शासन और प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे है, वहीं डीएम हरिद्वार द्वारा विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया है जितनी भी फसलें बर्बाद हुई है उसका मूल्यांकन किया जाए.
स्थानीय किसानों का कहना है कि रात के समय हुई जबरदस्त ओलावृष्टि के कारण इनकी पूरी फसल बर्बाद हो गई है. सरकार को किसान की बदहाली का संज्ञान लेना चाहिए ताकि किसान को कुछ सहायता मिल सके और किसानों को भी राहत मिले. किसानों के पास खाने के लिए अनाज नहीं है जो पशु किसानों द्वारा पाले जाते है , उनके लिए भी चारा नहीं बचा है. ऐसे समय में सरकार को किसानों की सहायता करनी चाहिए.
हरिद्वार में किसानों को हुए भारी नुकसान पर भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश प्रभारी महंत त्रिकालदर्शी शिवमपुरी महाराज ने भी सरकार और स्थानीय प्रशासन से किसानों की मदद करने की अपील की है. शिवमुरी महाराज का कहना है कि अकारण हुई बारिश की वजह से किसानों की फसल बर्बाद हो गई है. सरकार और प्रशासन को चाहिए कि वह क्षेत्रों में आकर किसानों का हाल जानें, किसानों की दुर्दशा का संज्ञान लें और जो संभव हो सके किसानों की मदद करें।
वहीं जब हमने इस बारे में जिलाधिकारी हरिद्वार से बात की तो जिलाधिकारी सी रविशंकर का कहना है कि कल ओलावृष्टि होने की वजह से किसानों की फसलें बर्बाद हुई है. इसको लेकर मेरे द्वारा सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि किसानों की फसल बर्बाद होने का मूल्यांकन किया जाए और आज शाम तक मुझे जितनी भी किसानों की फसलें बर्बाद हुई है उसकी रिपोर्ट दी जाए. इसके साथ ही प्रधानमंत्री योजना के तहत किसानों की फसल बर्बाद होने पर किसानों को उचित मुआवजा दिया जाता है. हमारे द्वारा जल्द ही किसानों को उचित मुआवजा दिया जाएगा.