खुलासा : भारत के इंजीनियरिंग टैलेंट पर आई आफत, बड़ी आर्थिक मंदी की आहट से मोदी भी हैरान

भारत के इंजीनियरिंग टैलेंटनई दिल्ली। एक सर्वेक्षण के अनुसार हर तीन में से एक आईआईटी ग्रेजुएट बेरोजगार है। यह देश के इंजीनियरिंग टैलेंट के लिए अवसरों की कमी की ओर सीधा इशारा है। यह जानकारी मानव संसाधन एवं विकास मंत्रालय को आईआईटी संस्थानों द्वारा दिए गए आंकड़ो में सामने आई है।

भारत के इंजीनियरिंग टैलेंट

इसके मुताबिक साल 2016-17 में करीब 66 प्रतिशत आईआईटी छात्रों को ही कैंपस प्लेसमेंट के जरिए नौकरियां मिलीं हैं। जबकि 2015-16 में यह आंकड़ा 79 प्रतिशत और 2014-15 में 78 प्रतिशत था।

आईआईटी सूत्रों के मुताबिक संस्थान में आने वाली कंपनियां तो बढ़ीं, लेकिन उनके जॉब ऑफर कम हो गए। उन्होंने कहा आईआईटी मद्रास के कैंपस प्लेसमेंट में करीब 665 छात्र शामिल थे, जिनमे केवल 521 छात्रों को नौकरियां मिली। इनका औसतन सालाना पैकेज 12.91 लाख का था। आईआईटी रूड़की में भी इस साल 974 छात्रों में से 653 को ही नौकरी मिली।

देश के प्रतिष्ठित संस्थानों में नौकरियों का गिरता ग्राफ भारत में आर्थिक मंदी को वैश्विक स्तर पर भी दिखाता है। यही कारण है कि 2016-17 में भारत की विकास दर का अनुमान 7.1 प्रतिशत लगाया गया है जबकि पिछले साल यह 7.9 प्रतिशत रहा था।

बताया जा रहा है कि इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद केंद्र सरकार ने बेरोजगारी की समस्या को दूर करने के लिए जरूरी कदम उठाने के लिए निर्देश दिए हैं।

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