इन तीन राज्यों में भाजपा की हार के बाद भाजपा के सदस्य लेंगे शपथ, बनाएं रहे नजर

नई दिल्ली: मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में आज कांग्रेस के सीएम मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. कांग्रेस ने तीनों ही राज्य में बीजेपी को पटखनी दी है. बता दें कि लोकसभा चुनाव से पहले पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव को सेमीफाइनल की तरह देखा जा रहा था. तीनों राज्यों में होने में वाले शपथ ग्रहण समारोह के मौके पर विपक्षी एकता भी दिख सकती है. कांग्रेस पार्टी ने सभी विपक्षी दलों को इन समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रण दिया है. ऐसे में उन विपक्षी दल के नेताओं पर सबकी नजर रहेगी जो खुदको इस समारोह से दूर रखते हैं.

भाजपा के सदस्य

10 बड़ी बातें

राजस्थान में सुबह 10 बजे से शपथ ग्रहण समारोह शुरू होगा. बता दें कि कांग्रेस पार्टी ने तीनों ही राज्यों में एक के बाद एक शपथ ग्रहण का कार्यक्रम रखा है.

अशोक गहलोत जहां जयपुर में सुबह 10 बजे शपथ लेंगे वहीं कमलनाथ भोपाल में दोपहर एक बजे जबकि रायपुर में शाम चार बजे भूपेश बघेल लेंगे शपथ.

उम्मीद है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी तीनों ही राज्यों में होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेंगे. वहीं आंध्र प्रदेश मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू भी तीनों जगह समारोह में शामिल हो सकते हैं.

भारत की नेहल चुडासमा मिस यूनिवर्स 2018 की दौड़ से बाहर

समारोह के दौरान एच डी देवेगौड़ा, एच डी कुमारास्वामी और जम्मू कश्मी के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला भी शामिल हो सकते हैं.

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के शपथ ग्रहण समारोह में आम आदमी पार्टी की तरफ से संजय सिंह शामिल हो सकते हैं.

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए तृणमूल कांग्रेस के नेता दिनेश त्रिवेदी शामिल होंगे.

बहुजन समाज पार्टी की नेता मायावती इस शपथ ग्रहण समारोह से दूरी बना कर रख सकती हैं.

अखिलेश यादव और मायावती के अनुपस्थित रहने की स्थिति में विपक्षी एकता पर सवाल खड़े हो  सकते हैं. बता दें कि पिछले साल दोनों ही नेता ने कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लिया था.

विपक्षी एकता को झटका देने की तैयारी में मायावती और अखिलेश यादव?

तीनों ही राज्यों में नतीजें जारी होने के बाद मौजूदा मुख्यमंत्रियों ने प्रदेश में हार की जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.

पांच राज्यों में हुए चुनाव में कांग्रेस मिजोरम और तेलंगाना में सत्ता में आने में सफल नहीं हो पाई थी. हालांकि बीजेपी के लिए 2014 के बाद यह सबसे बड़ी हार के तौर देखा जा रहा है.

 

LIVE TV