‘भाईजान’ करेंगे टीकाकरण के लिए लोगों को जागरूक, उद्धव सरकार लेगी सलमान खान की मदद

महाराष्ट्र में अब राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने ‘भाईजान’ यानी सलमान खान की हेल्प लेने का मन बना लिया है क्योंकि राज्य सरकार के अवेयरनेस कैम्पेन के बावजूद भी मुस्लिम इलाकों में टीकाकरण करवाने वालों की संख्या नहीं बढ़ रही थी

महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री टोपे ने कहा, ‘मुस्लिम बहुल इलाकों में अब भी कुछ हिचकिचाहट है। हमने मुस्लिम समुदाय को टीका लगवाने के लिए राजी करने के लिए सलमान खान और धार्मिक नेताओं की मदद लेने का फैसला किया है। धार्मिक नेताओं और फिल्म अभिनेताओं का बहुत प्रभाव होता है और लोग उन्हें सुनते हैं।’

वैक्सीन से जुड़ी गलतफहमी दूर करना जरूरी-

टोपे के मुताबिक लोगों के मन में वैक्सीन को लेकर कई निराधार आशंकाएं हैं। एक धार्मिक व्यक्ति को वैक्सीन की जरूरत नहीं है या वैक्सीन उनके लिए हितकारी नहीं है, यह सोचना एक अंधविश्वास है, अज्ञानता है। इसके लिए जनता को जागरुक करना जरूरी है।

10.25 करोड़ लोगों का राज्य में हुआ टीकाकरण-
टोपे ने कहा कि राज्य में अब तक 10.25 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन डोज दिए जा चुके हैं और नवंबर के अंत तक सभी पात्र व्यक्तियों को कम से कम पहली खुराक मिल जाएगी। कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बारे में टोपे ने कहना है कि विशेषज्ञों के अनुसार महामारी का चक्र सात महीने का होता है, लेकिन बड़े पैमाने पर टीकाकरण के कारण, अगली लहर गंभीर नहीं होगी। उन्होंने कहा कि लोगों को कोविड सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए और टीका लगवाना चाहिए।

वैक्सीन की दूसरी डोज ले चुके लोगों की संख्या महाराष्ट्र में करीब 35% है। मतलब वैक्सीन लेने के योग्य 35% लोगों को दूसरी डोज मिल चुकी है। टोपे ने कहा कि अगर इस आंकड़े में सुधार करना है और वैक्सीनेशन की मुहिम को रफ्तार देना जरूरी है तो कोवीशील्ड वैक्सीन की दो डोज के बीच अंतर को कम करना भी जरूरी है।

टोपे ने कहा कि कोवैक्सीन की दो डोज में अंतर 28 दिनों का है जबकि कोवीशील्ड वैक्सीन की दो डोज में अंतर 84 दिनों का है। इस अंतर को कम किया जा सकता है क्या? इस बारे में विशेषज्ञों से बात करने की जरूरत है। इसमें IMCR और इस पर रिसर्च करने वाली अन्य संस्थाओं की राय अहम होगी।

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