
REPORT- Ritik Dwivedi
पीलीभीत- यूपी के पीलीभीत में अल्पसंख्यक विभाग में 6 कंप्यूटर आपरेटरो की नियुक्ति में फर्जीवाडे का आरोप है शासनदेश के अनुसार जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा कंप्यूटर आपरेटरो को नियुक्त करना था लेकिन अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी द्वारा जिलाधिकारी को सूचित करे बगैर सेवा प्रदाता एजेन्सी से गठजोड कर आपरेटरों को नियुक्त कर दिया गया मामले में शिकायत के बाद डीएम ने सीडीओ को जांच के आदेष दिये है जिसके बाद विभाग में हडकंप मच गया है यह फर्जीवाडा पूरे यूपी में करने का आरोप है।
उत्तर प्रदेश के समस्त जिलो में कंप्यूटर आपरेटरो की नियुक्त में फर्जीवाडा सामने आया है जिसकी शिकायत आरटीआई कार्यकर्ता दुआरा की गयी है दरअसल अल्पसंख्यको के लिए तमाम योजनाओ के संचालन के लिए अल्पसंख्यक विभाग को कम्पूटर आपरेटरो की नियुक्ति करना थी प्रत्येक जिले में एक कम्यूटर आपरेटर की नियुक्ति होनी थी।
शासनादेश के अनुसार सेवा प्रदाता एजेन्सी को योग्य अभ्यर्थी का चयन कर जिलाधिकारी को अवगत कराना था जिसके बाद जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा इनका चयन किया जाना था आरोप है कि ठीक इसके विपरित जिला अल्पसंख्यक अधिकारी ने सेवा प्रदाता एजेन्सी से मिलकर 6 कम्यूटर आपरेटरो को बिना जिलाधिकारी के संज्ञान में लाये नियुक्ति कर दी इसके साथ पूरे उत्तर प्रदेष मे केवल 75 कंम्यूटर आपरेटर नियुक्त होने थे लेकिन 276 आपरेटर नियुक्त कर दिये गये मामले में आरटीआई कायकर्ता ने डीएम से षिकायत की है जिसके बाद जांच के आदेष दिये गये है।
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शिकायतकर्ता का यह भी आरोप है कि पीलीभीत में जिन 6 आपरेटरो को नियुक्त किया गया उनमें से एक आपरेटर को दूसरी जगह अटैच कर दिया गया जो कि नियम विरूद्व है साथ ही नियुक्त किये गए अभ्यर्थियों का चरित्र प्रमाणपत्र पत्र भी नही लगाया गया है यह सब कारनामा चयनित अभयर्थी से एक से दो लाख रूप्ये लेकर सेवा प्रदाता एजेंसी व अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने किया है विभाग में यह तैनाती लगभग एक साल पहले हुई है फिलहाल मामले में सीडीओ जांच कर रहे है और जांच के बाद कार्यवाही की बात कह रहे है।