
रिपोर्ट:-कपिल सिंह/बुलंदशहर
यूपी के बुलंदशहर से जो ख़बर है, उसने ज़िला जेल प्रशासन को सवालों के घेरे में लाकर खड़ा कर दिया है। यहां 8 महीने पहले पुत्रवधु से रेप के आरोप में जेल गए विचाराधीन कैदी ने, शनिवार को जेल परिसर में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
जेल प्रशासन को इसकी कानो-कान भनक तक नहीं लगी, हालांकि युवक की मौत की ख़बर से जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया और आनन फानन में ज़िला प्रशासन को इसकी जानकारी दी गई।

ये है बुलंदशहर के सिकंदराबाद कोतवाली क्षेत्र के एनएच 91 चन्देरू में स्तिथ बुलंदशहर ज़िला जेल, और इस जेल के, जेल प्रशासन में उस वक्त हड़कंप मच गया जब 8 महीने पहले अपनी पुत्रवधू से रेप के आरोप में 8 जेल आए विचाराधीन कैदी ने, जेल परिसर में ही फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। वहीं आनन फानन में बन्दी की आत्महत्या की घटना की
जानकारी ज़िला प्रशासन को दी गई, और मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में मृतक का पोस्टमार्टम कराया गया, पुलिस अधिकारियों के मुताबिक पोस्टमार्टम के बाद मृतक के शव को उसके परिजनों को सौंप दिया गया है।
दरअसल बुलंदशहर के पाहसु थाना क्षेत्र के करोरा गाँव निवासी मृतक नवरत्न, और उसके माता पिता को 8 महीने पहले जेल लाया गया था, आरोप था कि मृतक नवरत्न ने उसकी खुद की विधवा पुत्रवधू से रेप की वारदात को अंजाम दिया था जबकि मृतक के बाकि परिवार पर, पीड़ित पुत्रवधु का दहेज के लिए उत्पीड़न करने का आरोप था। मृतक के आरोपी माता पिता को ज़िला न्यायालय से जमानत मिल गई, लेकिन मृतक नवरत्न विचाराधीन कैदी था।
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वहीं मृतक नवरत्न की मौत के बाद अब मृतक के रिश्तेदार मृतक को निर्दोष बता रहे हैं, मृतक के रिश्तेदारों के मुताबिक मृतक के बेटे की शादी के 8 महीने बाद ही बीमारी से मौत हो ही थी, जिसके बाद उनकी विधवा पुत्रवधु ने मृतक पर बलात्कार जैसे गंभीर आरोप लगाए थे.
जबकि मृतक के बाकि परिवार पर भी दहेज के लिए उत्पीड़न का आरोप लगाया गया था, मृतक के रिश्तेदारों की माने तो पुत्रवधू का परिवार मृतक बन्दी से अब समझौते नाम पर 10 लाख रुपए की मांग कर रहा था, और डिप्रेशन के शिकार हुए बन्दी नवरत्न ने शनिवार को बैरक के पीछे की साइड पहुंचकर जेल परिसर में ही अंगोछे से फांसी लगाकर आत्महत्या करली।





