बिना बालू, सीमेंट के बना ये मंदिर है बड़ा चमत्कारी,इसके नीचे है बहुत सोना, जिसकी रखवाली करते हैं सांप ! देखें…

रिपोर्ट – मिथिलेश द्विवेदी

भदोही : काशी-प्रयाग के मध्य भूत भावन बाबा सेमराध नाथ की नगरी के समीप शिवसेवकपट्टी मोन गांव में एक ऐसा मंदिर है, जो सिर्फ पत्थरों से बना हुआ है | इसमें किसी प्रकार का लेप, पदार्थ, गारा अथवा बालू, सीमेंट आदि का प्रयोग नहीं किया गया है |

मन कामेश्वरनाथ के इस मंदिर की सबसे खास बात यह भी है कि यहां मंदिर के गर्भ गृह में खजाना होने का दावा किया गया है और कई बार चोरों ने शिवलिंग उखाड़ने का प्रयास भी किया लेकिन दैवीय शक्ति से उन्हें भागना पड़ा |

इस खजाने की रखवाली विषैले सांपों द्वारा किए जाने की बात कही जाती है | इस मंदिर को लेकर दावा तो यहां तक किया जाता है कि इसे किसी मानव ने नहीं, बल्कि दानव ने बनवाया था |

गंगा तट पर स्थित बाबा सेमराधनाथ मंदिर के पश्चिमी छोर पर स्थित शिवसेवकपट्टी गांव के मन कामेश्वरनाथ मंदिर सिर्फ पत्थरों से बना है | पत्थरों पर आकर्षक नक्कासी की गई है | बड़ी बात यह है कि मंदिर का ऊपरी सतह खंडहर में तब्दील हो चुकी है |

कांवरियों पर रखी गई ड्रोन कैमरे से नज़र !

 

बावजूद इसके बड़ी संख्या में लोग यहां दर्शन पूजन करते हैं | कहा जाता है कि मंदिर के गर्भगृह म़े खजाना है | जिसे हासिल करने के लिए चोरों ने कई  बार हमला बोला है | शिवलिंग टेढ़ा हो गया, लेकिन उखड़ा नहीं |

इस मंदिर के पास में एक टीला भी है | जिसे भर साम्राज्य के समय का बताया जाता है | कहा जाता है कि भर राजाओं ने टीले के समीप शिव मंदिरों में ही बेशकीमती खजाना गाड़ा है | समय-समय पर सोने समेत अन्य धातुओं के सिक्के यहां मिलते रहे हैं |

ऐसे में मन कामेश्वरनाथ का यह दिव्य मंदिर न सिर्फ लोगों की मनोकामना पूरा करता है | बल्कि खुद में खजाने का राज भी दफन किए हुए है। सौ वर्षीय ग्रामीण लालचंद भी मानते हैं कि यहां खजाना है |

 

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