फारुख ने मोदी के चमन में आग लगाने के लिए पत्थरबाजों को भड़काया, बहन बोली- मैं ही मार दूंगी फिर…
नई दिल्ली। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ फारूक अब्दुल्ला ने कहा है कि घाटी में हो रही पत्थरबाजी पर्यटन के लिए नहीं बल्कि हक के लिए हो रही है। श्रीनगर लोकसभा सीट उपचुनाव के लिए ने कांग्रेस के संयुक्त प्रत्याशी फारूक ने कहा, कश्मीरी युवा अपनी जिंदगी दांव पर लगाए हुए है। यह इसलिए नहीं है कि घाटी में पर्यटन विकास हो, बल्कि वह कश्मीरी मसले का हल कश्मीरी अवाम की मर्जी से करवाना चाहता है।
घाटी के सोनावर में जनसभा के दौरान उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 अप्रैल को चिनैनी-नाशरी टनल के उद्घाटन समारोह में युवाओं से टूरिज्म और टेररिज्म में से किसी एक विकल्प को चुनने को कहा था। वह प्रधानमंत्री से कहना चाहते हैं कि टूरिज्म (पर्यटन) हमारी जीवन रेखा है, इसमें कोई संदेह नहीं है।
कश्मीरी युवा वे पत्थरबाज हैं। उन्हें टूरिज्म से कोई वास्ता नहीं है। वे भूख से मर जाएंगे लेकिन अपने हक के लिए पत्थर बरसाते रहेंगे। इस बात को समझने की जरूरत है। इसपर एक कश्मीर की हिंदुस्तानी बहन ने जवाब दिया है कि मोदी जैसा इंसान सदियों में आता है। उसपर इस तरह के आरोप लगाना सही नहीं है।
अगर कोई भी इस तरह के काम करता है तो कोई भी हिंदुस्तानी बहन जिसमें मैं खुद शामिल हूं। फारुक अब्दुल्ला जैसे गद्दारों के घर में आग लगा देंगे और तब पूछेंगे जब किसी का घर जलता है तो कैसा लगता है। ऐसे में फिर फारुक जैसे लोगों से सवाल पूछेंगे कि जलाने वालों के लिए आप के मुंह से क्या शब्द निकलेंगे।