पेटीएम की मदद से टोल पर होगा कैशलेस लेनदेन
नई दिल्ली। देशभर में राजमार्ग टोल पर कैशलेस लेनदेन शुरू करने के लिए भारत के सबसे बड़े भुगतान और वाणिज्य मंच पेटीएम ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के साथ भागीदारी की है। पेटीएम यात्रियों को बिना रुके 55,000 किलोमीटर की दूरी वाले 350 टोल प्लाजा से गुजरने की अनुमति देगा। पेटीएम वॉलेट से कैशलेस टोल शुल्क भुगतान करने के लिए अब वाहन के टैग में आरएफआईडी तकनीक लगाई गई है। भविष्य में पेटिएम का आने वाले महीनों में 1,800 करोड़ से अधिक टोल शुल्क इकट्ठा करने का ध्येय है।
पेटीएम के वरिष्ठ उपाध्यक्ष, किरण वासिरेड्डी ने कहा, “महत्वपूर्ण टोल प्लाजा पर नकद की लेनदेन यातायात को धीमा कर देती है, क्योंकि वाहन चलानेवाले और अटेंडेंट खुल्ले से निपटने की परेशानियों से जूझ रहे।”
उन्होंने कहा कि यात्रियों और टोल प्लाजा अटेंडेंट्स के लिए राहत होगी और इससे ईंधन की बचत के राष्ट्रीय हित की दिशा में मदद मिलेगी।
वासिरेड्डी ने कहा कि इस कदम के साथ पेटीएम पूरे भारत में बिना नकद की लेनदेन वाले जीवन का रास्ता बनाने की अपनी ²ष्टि के नजदीक बढ़ रहा है। यह भारत को सही मायनों में कैशलेस अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में प्रेरित करेगा।
पेटीएम का लक्ष्य देश के हर नुक्कड़ और कोने तक पहुंचकर श्रेणी 2 में एक बड़ी बाजार हिस्सेदारी प्राप्त करना है। पेटीएम ग्राहक अब पेट्रोल पंपए किराने की दुकानों, रेस्तरां और कॉफी शॉप मल्टीप्लेक्स स्थानीय चाय या सब्जी विक्रेताओं और यहां तक कि अखबार विक्रेता भी इसके निर्बाध भुगतान के हल के लिए पेटीएम को पसंद करने के कारण पेटीएम से भुगतान कर सकते हैं।