पीजी करने वाले मेडिकल स्टूडेंटस के लिए बड़ी खबर, शिक्षा के साथ करना होगा यह आवश्यक कार्य

मेडिकल के क्षात्रों के लिए एक बड़ी खबर सामने आ रही है। दरअसल, डॉक्टरों की कमी को पूरा करने के लिए अब देश के ज्यादातर हिस्सों में एमबीबीएस (MBBS) करने के बाद पोस्ट ग्रेजुएशन(एमडी और एमएस) करने वाले सभी क्षात्रों को पढ़ाई के साथ जिला अस्पताल में तीन महीने तक मरीज़ों को सेवा देना ज़रूरी होगा।

मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के बोर्ड ऑफ गर्वनेंस द्वारा स्वास्थ्य मंत्रालय को भेजे गए इस प्रस्ताव को मंज़ूरी मिल गई है। मेडिकल स्टूडेंटस के लिए जारी किए गए इन नए आदेशों के मुताबिक, शैक्षणिक वर्ष 2020-21 से ही इन नए नियमों को लागू कर दिया गया है।

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पीजी पाठ्यक्रम के तीसरे, चौथे और पांचवें सेमेस्टर के दौरान छात्रों की जिलों में तैनाती की जाएगी। इस रोटेशन को डिस्ट्रिक्ट रेजिडेंसी प्रोग्राम (डीआरपी) नाम दिया गया है। आपको बता दें, साथ ही प्रशिक्षण हासिल कर रहे स्नातकोत्तर चिकित्सा छात्र को ‘जिला रेजीडेंट’ के नाम से जाना जाएगा।

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