
नई दिल्ली। भारत ने पाकिस्तान की पेशकश आज ठुकरा दी है, जिसमें जम्मू एवं कश्मीर में जरूरी सामानों की आपूर्ति की बात कही गई थी। पाकिस्तान ने इस पेशकश से संबंधित एक पत्र इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग को भेजा था। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा, “मैं उसे (प्रस्ताव) केवल बेतुका ही कह सकता हूं।”
स्वरूप ने कहा कि भारत और इस क्षेत्र के अन्य देश पहले से ही पाकिस्तान मार्का ‘अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद, सीमा पार से घुसपैठ, हथियार, नशीले पदार्थ और नकली मुद्रा’ पर्याप्त मात्रा में प्राप्त कर चुके हैं।
यह भी पढ़ें:- पाकिस्तान के राष्ट्रपति ने दिखाई आंखें, कहा अब लेंगे बदला
स्वरूप ने कहा, “हम पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के इस तथाकथित पाकिस्तान की पेशकश को पूरी तरह से और स्पष्ट रूप से खारिज करते हैं।”
पाकिस्तान के विदेश नीति के प्रमुख सरताज अजीज ने शुक्रवार को कहा था कि इस्लामाबाद जम्मू एवं कश्मीर मुद्दे पर भारत के साथ एक विशेष बातचीत करना चाहता है और पाकिस्तानी विदेश सचिव इस संबंध में अपने भारतीय समकक्ष को लिखेंगे।
भारत ने जवाब में कहा था कि वह वर्तमान और प्रासंगिक मुद्दों पर ही बातचीत करेगा।
सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में आठ जुलाई को कश्मीरी आतंकवादी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद जम्मू एवं कश्मीर में उपजी हिंसा के बाद भारत और पाकिस्तान के संबंध अधिक तनावपूर्ण हो गए हैं।
यह भी पढ़ें:- इस गांव में शराब पी तो खैर नही
भारतीय प्रशासन ने 25 जुलाई को लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी बहादुर अली को गिरफ्तार किया था। अधिकारियों के मुताबिक वह पाकिस्तान से भारतीय सीमा में घुसा है।
भारत के विदेश सचिव एस. जयशंकर ने नौ अगस्त को पाकिस्तानी उच्चायुक्त अब्दुल बासित को समन किया था और पाकिस्तान से सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ सख्त शब्दों में चेतावनी जारी की थी।