जब होने वाली हो पहली डेट तो कर लें ये तैयारियां

जब मैंने डेटिंग करना शुरू किया तो मेरी मां ने मुझे बताया कि मुफ्त में खाना-पीना जैसी कोई चीज नहीं होती है।उन्होंने कहा, “ज़्यादातर पुरुष ये सोचेंगे कि आपको उन्हें बदले में कुछ देना चाहिए” मुझे पता था कि मेरी मां मेरे मन में किसी तरह की नफरत नहीं भरना चाहती थीं। लेकिन जब भी मैं किसी नए शख़्स से मिलती थी तो उनकी सलाह मुझे परेशान करती थी।डेट के दौरान पांच डॉलर की बियर का मेरा बिल भरने वाले पुरुषों के प्रति पैदा होने वाले कर्तव्यबोध से आजाद होने में मुझे काफी समय लगा।

पहली डेट

मैं वो लड़की हूं जिसने 14 साल की उम्र से डेटिंग शुरू की थी। इस लिहाज से एक शानदार साथी की तलाश करने के लिए जरूरी बातों को लेकर काफी समझ हासिल कर ली है।आजकल की दुनिया में ऐप्स और ऑनलाइन कम्युनिटीज की वजह से लोगों के लिए अपनी पसंद के साथी के साथ डेट पर जाना काफी आसान हो गया है।लेकिन पहली डेट के दौरान बिल भरने के मुद्दे पर हमेशा बहस खड़ी हो जाती है। कनाडा के टोरोंटो में रहने वाली 27 वर्षीय लेखिका एन रुचेटो अपनी मां से ये सलाह पाने के कई साल बाद इस निष्कर्ष पर पहुंची हैं पहली डेट के दौरान पुरुषों को ही खाने-पीने का बिल भरना चाहिए।

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किसे भरना चाहिए बिल?
मैं ये तर्क मानती हूं कि महिलाओं को पुरुषों के साथ बराबरी का हक मिलना चाहिए। हमें डेट के दौरान अपने बिल को आधा-आधा बांट लेना चाहिए।ये करने के लिए मैंने हमेशा ऐसी जगहों को चुना जहां पर मैं बिल के आधे हिस्से का भुगतान कर सकूं।लेकिन अब से पांच साल पहले मेरे दोस्तों और शिक्षकों ने मुझे ऐसे विचारों से अवगत कराया जिसके बाद मेरी इस सोच को चुनौती मिली जिसके तहत मैं सोचती थी कि डेट के दौरान महिला और पुरुष दोनों को बिल के हिस्से को बराबर बांटना चाहिए।

मैंने बेल हुक्स उपनाम से लिखने वाली ग्लोरिया जीन वाटकिंस जैसी महिलावादी लेखिकाओं को पढ़ना शुरू किया। इन्हें पढ़ते हुए मैंने सोचा कि वर्तमान ढांचे की वजह से समाज में किसे सबसे ज़्यादा फायदा होता है।वाटकिंस और दूसरे लेखकों को पढ़ते हुए मैंने इस बारे में सोचना शुरू किया कि व्यक्तिगत लेनदेन से लेकर हर स्तर पर शक्ति के समीकरण किस तरह काम करते हैं।

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