

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बेटे रणइंदर सिंह गुरूवार को जालंधर स्थित प्रवर्तन निदेशालय {ईडी} के दफ्तर में ईडी के अधिकारियों के सामने पेश हुए। इससे पहले रणइंदर सिंह को ईडी दो बार तलब कर चुकी है लेकिन वह पेश नहीं हुए थे।

अक्टूबर में ओलंपिक खेलों के लिए बैठक और छह नवंबर को कोरोना टेस्ट का हवाला देकर उन्होंने हाजिर होने में असमर्थता जताई थी।

प्रवर्तन निदेशालय ने पहली बार वर्ष 2016 में रणइंदर सिंह को सम्मन भेजा था। ईडी ने रणइंदर के विदेश में बैंक खातों और ब्रिटिश आइलैंड में ट्रस्ट बनाने के मामले की जांच कर रहा है।

विदेशी बैंक खातों में रूपये हस्तांतरित करने का यह मामला 15 साल पुराना है। जांच एजेंसियां तभी से पूछताछ में जुटी हैं लेकिन अब तक किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुँच पाई हैं। आयकर विभाग ने लुधियाना में इस संबंध में फेमा {विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम }के तहत मामला दर्ज किया है।