पंचायत चुनाव से पहले पुलिस का ‘ऑपरेशन शस्त्र लाइसेंस’ जारी

यूपी में ग्राम पंचायत चुनाव की तारीख को लेकर अभी कोई जानकारी नहीं मिल सकी है लेकिन यूपी पुलिस ने तैयारी के साथ कमर कस ली है। बता दें कि इस दौरान चुनाव को बिना बाधा के संपन्न कराने के लिए पुलिस के द्वारा जिले में ऑपरेशन शस्त्र लाइसेंस चलाया जा रहा है। इस ऑपरेशन के तहत पुलिस ने अभी तक कुल 305 शस्त्र लाइसेंस निरस्त करें हैं। इसी निरस्त किए गए शस्त्र लाइसेंसों में एक सत्तारूढ़ी पार्टी के नेता भी शामिल हैं।

शस्त्र का लाइसेंस लेकर शस्त्र की नुमाइश करना यूपी के लोगों के लिए आम बात है। यूपी में शस्त्र धारकों की संख्या काफी ज्यादा है। बता दें कि यदि कोई शस्त्र धारक मर जाता है तो उसका लाइसेंस पेंडिंग पड़ा रहता है। वहीं किसी भी प्रकार का मुकदमा दर्ज हो जाने य मुचलका पाबंद होने की स्थ्ति में भी लाइसेंस निरस्त करने का प्रावधान है। इसी को ध्यान में रखते हुए जिले के वर्तमान एसपी ने जिले के अंतर्गत समस्त थथानों से इस तरह की जानकारी ली। वहीं जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने अब तक कुल 305 शस्त्र लाइसेंस को निरस्त किए।

जानकारी के लिए बता दें कि इन निरस्त लाइसेंसों में शहर कोतवाली में 23,थाना सुनगढ़ी में 3,थाना गजरौला में नौ,जहानाबाद में 40,अमरिया में 61,न्यूरिया में 25,बीसलपुर में 28,बिलसंडा में 12,बरखेड़ा में 38,दियोरिया कलां में एक,पूरनपुर में 27,माधौटांडा में 22,सेहरामऊ उत्तरी में तीन,हजारा में 14 लोगों के लाइसेंस शामिल थे।

जानकारी के मुताबिक जो शस्त्र धारक मर चुके हैं उन सभी के कुल 253 लोगों के शस्त्र लाइसेंस निरस्त करा कराए गए हैं। इसी के साथ मुचलका पाबंद होने व एफआईआर दर्ज होने की दशा में कुल 53 लोगों के शस्त्र लाइसेंस पुलिस के द्वारा निरस्त कराए गए हैं। यदि बात करें पीलीभीत क्षेत्र की तो इसमें कुल 13036 शस्त्र लाइसेंस हैं। वहीं सबसे अधिक शस्त्र लाइसेंस धारक बीसलपुर कोतवाली क्षेत्र में हैं और 145 शस्त्र लाइसेंस धारक हजारा में मौजूद हैं

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