बड़ों के धूम्रपान से बच्चों के हाथों पर पहुंचता है निकोटीन  

 

धूम्रपाननई दिल्ली। घर में जब कोई धूम्रपान करता है, तब तंबाकू के धुएं में मौजूद निकोटीन यानी हानिकारक कीटाणुओं का समूह हवा में तैरता हुआ आसपास के बच्चों के हाथों पर जाकर चिपक जाता है। ये कीटाणु हाथों पर दिखाई तो नहीं देते, लेकिन एक शोध में उनकी मौजूदगी की पुष्टि हुई है। जो लोग सोचते हैं कि अपने बच्चों के आसपास धूम्रपान न करना काफी है, लेकिन ऐसा नहीं है। हवा में जो तंबाकू के कीटाणु मिले होते हैं, वे तैरते हुए दूर तक भी जा सकते हैं।

शोध का निष्कर्ष इस बात पर जोर देता है कि आपका धूम्रपान को छोड़ देना ही बच्चों को तंबाकू से होने वाले खतरे से बचा सकता है। यदि आप धूम्रपान करते हैं, तब तंबाकू के कीटाणु हवा के जरिए आपके बच्चों के कोमल हाथों पर पहुंच सकते हैं।

अमेरिका के सिनसिनेटी चिल्ड्रेंस अस्पताल से संबद्ध चिकित्सक मेलिंडा महाबी-गिटेंस का कहना है, “अभिभावक सोच सकते हैं कि अपने बच्चों के आसपास धूम्रपान न करना काफी है, लेकिन ऐसा नहीं है। धूम्रपान को छोड़ना या घर में धूम्रपान बंद करना ही बच्चों को खतरे से बचा सकता है।”

पिछले अध्ययन बताते हैं कि तंबाकू के हानिकारण कीटाणु मिट्टी में, घर की सतहों से, धूम्रपान करने वालों के कपड़ों से और घर में मौजूद चीजों, यहां तक कि खिलौनों पर भी जाकर चिपक जाते हैं और हाथो-हाथ फैलते चले जाते हैं।

शोध का निष्कर्ष बीएमजे जर्नल ‘टबैको कंट्रोल’ में प्रकाशित हुआ है। शोध से संबंधित प्रयोग में 25 बच्चों को शामिल किया गया।

अध्ययनकर्ताओं ने पाया कि बच्चों के हाथों में तंबाकू के कीटाणुओं की मौजूदगी बिल्कुल वैसी ही थी, जैसे तंबाकू का सेवन करने वाले के थूक (लार) में मेटाबोलाइट निकोटीन पाया जाता है।

अमेरिका के सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल के अनुसार, इन दूषित तत्वों के संपर्क में आने से शिशुओं और बच्चों में स्वास्थ संबंधी परेशानियां बढ़ जाती हैं। जैसे सांस की बीमारी, कानों में संक्रमण, खांसी, दमा के दौरे वगैरह।

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