
नई दिल्ली। जिस पड़ोसी अंकल-आंटी पर उसने सबसे अधिक विश्वास किया था, उन्होंने उसे नरक में धकेल दिया। पहले अपहरण किया। फिर देह व्यापार करवाने के लिए बार-बार दरिंदों के हाथों बेचा। इस दौरान 14 वर्षीया किशोरी को 150 बार दरिंदगी भोगनी पड़ी। पीड़िता परिवार के साथ गाजियाबाद में रहती है। वह न्यू अशोक नगर के सरकारी स्कूल में छठी की छात्रा है। पढ़ाई में कमजोर होने के कारण घर में डांट पड़ती थी। यह बात पड़ोस में रहने वाले दंपती प्रदीप और ज्योति को मालूम थी। 27 अगस्त 2016 को किशोरी घर से स्कूल के लिए निकली, तो डांट का डर दिखा पड़ोसी दंपती ने अगवा कर लिया। इन छह माह में पीड़िता नोएडा, कानपुर और हिसार में देह व्यापार के लिए कई बार बेची गई।
इस साल 28 फरवरी को पिता को अचानक फोन आया। फोन पर बेटी थी। कहा कि मुझे बचा लो। पिता ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने एक टीम का गठन किया और कॉल डिटेल रिकॉर्ड निकलवाया। मोबाइल की लोकेशन हरियाणा के हिसार में मिलने पर पुलिस ने छापा मारकर कविता व ममता नामक महिलाओं के पास से किशोरी को मुक्त करा लिया।
कानपुर से हिसार तक बिकी छात्र का अपहरण कर पड़ोसी दंपती ने उसे दरिंदों को सौंप दिया था। छह माह के दौरान पीड़िता को नोएडा, कानपुर और हिसार में देह व्यापार के लिए कई बार बेचा गया। पीड़िता से पूछताछ में पता चला है कि छह माह में लगभग डेढ़ सौ से अधिक लोगों ने उसका यौन शोषण किया।
पुलिस ने इस सिलसिले में छह लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें तीन महिलाएं भी हैं। किशोरी को अगवा करने वाले दंपती सहित तीन आरोपी अभी फरार हैं। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान हिसार निवासी कविता, ममता, कृष्ण कुमार (38), उसकी पत्नी ज्योति (34), सतवीर सिंह (45) और मुकेश ठाकुर (35) के रूप में हुई है। लेकिन किशोरी को अगवा करने वाला दंपती प्रदीप व ज्योति के अलावा कल्लू अब तक फरार है।
मामले में पुलिस उपायुक्त ओमवीर सिंह के अनुसार ज्योति व प्रदीप पहले पीड़िता के गाजियाबाद स्थित घर के पास ही रहते थे। वह उन्हें अंकल-आंटी कहती थी। पिछले साल 27 अगस्त को दोनों उसे बहला-फुसलाकर नोएडा ले गए।
ज्योति और प्रदीप ने उसे कल्लू को 40 हजार रुपये में बेच दिया। कल्लू उसे कानपुर ले गया। कल्लू ने दुष्कर्म किया और फिर उसे ढाई लाख रुपये में प्रदीप को बेच दिया। उसने हिसार ले जाकर कृष्ण कुमार को बेच दिया। कृष्ण कुमार ने दुष्कर्म के बाद सतवीर को बेच दिया। वहां सतवीर व मुकेश ने भी सामूहिक दुष्कर्म किया।
दोनों ने उसे कविता व ममता को बेच दिया। इन दोनों ने उससे देह व्यापार कराना शुरू कर दिया। उसे बड़े होटलों में भेजा जाता जहां रोज दो-तीन लोग उससे दरिंदगी करते। 28 फरवरी को कविता का मोबाइल फोन लग गया और उसने पिता को फोन कर दिया।