दुश्मन से दोस्ती : आरएसएस नेता ने थामा बीजेपी के सबसे बड़े दुश्मन का हाथ
तिरुवनंतपुरम। नोटबंदी से नाराज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी आरएसएस के नेता ने वैचारिक रूप से बीजेपी की दुश्मन से दोस्ती कर ली है। उन्होंने सीपीएम का हाथ थाम लिया है।
तिरुवनंतपुरम के स्थानीय आरएसएस नेता पी पदमकुमार ने चार दशक तक संघ के नियमों का पालन किया। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले से इतने नाराज हुए कि संघ से दूर होने का फैसला कर लिया।
आरएसएस नेता पी पदमकुमार ‘हिंदू ऐक्य वेदी’ के राज्य सचिव पद पर रह चुके हैं। उन्होंने कहा कि वह बीजेपी और आरएसएस की ‘हिंसक राजनीति’ और ‘अमानवीय रुख’ के कारण परेशान हो गए थे और इसीलिए सीपीएम में शामिल हो गए। उन्होंने यह आरोप भी लगाए कि बीजेपी और आरएसएस की वजह से तमाम परिवारों के बच्चे अनाथ हो चुके हैं।
नोटबंदी पर पदमकुमार ने कहा कि अब मुझसे बर्दाश्त नहीं होता। मैंने आरएसएस छोड़ने का ऐलान कर दिया है। उनके इस फैसले की पुष्टि सीपीएम के जिला सचिव अनवूर नगप्पन ने इस बात की पुष्टि की है।