‘दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस और भाजपा ने की थी ऐसी हरकत’
नई दिल्ली। दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव-2015 से पहले जब बिजली और पानी की दरें घटाने का वादा किया था, तब भी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस की प्रतिक्रिया ऐसी ही थी। सिसोदिया ने आप सरकार के एमसीडी चुनाव से पहले गृह कर खत्म करने के वादे पर आई प्रतिक्रिया के संदर्भ में ये बातें कहीं।
सिसोदिया ने यहां पत्रकारों से कहा, “विधानसभा चुनाव से पहले भी वह कह रहे थे कि बिजली की दरों को कम करना वैधानिक रूप से संभव नहीं है। उनका कहना था कि अगर हम पेयजल की आपूर्ति मुफ्त करने लगे तो दिल्ली जल बोर्ड कंगाल हो जाएगा। अब गृह कर खत्म करने को लेकर भी वे वही बातें दोहरा रहे हैं।”
सिसोदिया ने कहा कि जिस तरह आप सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले किए सारे वादे पूरे किए हैं, उसी तरह इस बार यदि हम एमसीडी चुनाव जीतते हैं तो रिहायशी संपत्तियों पर गृह कर खत्म कर देंगे।
दिल्ली के तीनों नगर निगमों के लिए 23 अप्रैल को चुनाव होने हैं।
सिसोदिया ने कहा, “केजरीवाल ने विस्तारपूर्वक विश्लेषण करने के बाद ही यह घोषणा की है। भाजपा जहां अपने वादों से पीछे हट रही है और चुनाव जीतने के बाद किए सारे वादे भूल चुकी है, वहीं हमने या तो अपने सारे वादे पूरे कर दिए हैं या उन्हें पूरा करने की दिशा में काम कर रहे हैं।”
सिसोदिया ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस इस घोषणा से इसलिए घबराए हुए हैं, क्योंकि वे कर इकट्ठा करने का गिरोह चलाते हैं और आप सरकार ने यदि अपना वादा पूरा कर दिया तो उनकी आमदनी मारी जाएगी।
केजरीवाल ने शनिवार को घोषणा की कि यदि उनकी पार्टी एमसीडी चुनावों में जीतती है तो दिल्ली में गृह कर खत्म कर दिया जाएगा।
केजरीवाल की इस घोषणा को जहां भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने ‘शर्मनाक’ बताया, वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि आप सरकार ने अब तक दिल्ली में मुफ्त वाई-फाई और डीटीसी बसों में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती का वादा पूरा ही नहीं किया है।