टेक्नोलॉजीः भारत में अभी 5G आया भी नही लेकिन अमेरिका और चीन ने 6जी लॉन्च करने की तैयारिया शुरु कर दी

अभी भारत में 5G की शुरुआत हुई भी नहीं है कि अमेरिका और चीन मे 6G की शुरुआत करने की दौड़ शुरू हो चुकी है। क्योंकि निश्चित तौर पर, जो देश 6G को विकसित करने और पेटेंट करने वाला पहला देश होगा, उसे दुनिया में बन रही नई अर्थव्यवस्था में बड़ा शुरुआती लाभ हासिल हो होगा और वो दुनिया के अधिकांश टेलीकॉम बाज़ारो में राज करेगा।

जानकारों के मुताबिक 5जी की तुलना में 6जी 100 गुना ज्यादा तेज होगा। इससे ऐसी सेवाएं हकीकत बन सकेंगी, जिन्हें अभी तक विज्ञान कथाओं में ही पढ़ा जाता रहा है। तकनीक विशेषज्ञों में 6जी की संभावनाओं पर चर्चा लगभग दो साल से चल रही है। माना जा रहा है कि अमेरिका और चीन में इस समय जैसी होड़ है, उसे देखते हुए दोनों देश इसे विकसित करने में अपने पूरे संसाधन और विशेषज्ञता को झोंक देंगे।

अमेरिकी कंसलटेंसी फर्म Frost & Sullivan के इनफॉर्मेशन एंड कम्युनिकेशन्स विभाग के सीनियर इंडस्ट्री डायरेक्टर विक्रांत गांधी का कहना है कि (अनुवादित) “5G के विपरीत, उत्तरी अमेरिका इस बार लीडरशिप को इतनी आसानी से हाथ से फिसलने नहीं देगा। यह संभावना है कि 6G लीडरशिप के लिए प्रतिस्पर्धा 5G की तुलना में काफी जबरदस्त होगी।”

इस बीच यूरोपियन यूनियन ने भी अपनी 6जी परियोजना शुरू की है। इसका नेतृत्व नोकिया कंपनी कर रही है। इसमें उसके एरिक्सन एबी और टेलीफोनिका एसए कंपनियां भी हैं। ब्रसेल्स स्थित थिंक टैंक यूरोपियन पॉलिसी सेंटर के वरिष्ठ सलाहकार पॉल टिमर्स के मुताबिक फिलहाल लगता है कि चीन पर लगे निगरानी और दमन के आरोपों के कारण इस बात की संभावना है कि वह अमेरिका और यूरोप के बाजार खो दे।

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