चीफ जस्टिस के सवालों का जवाब न दे पाये जज साहब, गई नौकरी

टीएस ठाकुरनई दिल्‍ली। फास्ट ट्रैक कोर्ट के जज ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी कि उनकी नियुक्ति जिला जल के तौर पर कर दी जाए, लेकिन उनकी इस मंशा पर पानी फिर गया। वजह बस इतनी कि जज सा‍हब आसान से सवालों का जवाब न दे सके। यह सवाल और किसी ने नहीं, बल्कि खुद चीफ जस्‍टिस ऑफ इंडिया टीएस ठाकुर ने पूछे थे।

टीएस ठाकुर ने पूछे कानून से संबंधित आसान से सवाल

ये जज अरुणाचल प्रदेश की फास्‍ट ट्रैक कोर्ट में 12 साल से तदर्थ न्‍यायाधीश के तौर पर तैनात हैं। जिला जज के तौर पर नियुक्ति के लिए उन्‍होंने बाकायदा लिखित परीक्षा दी, लेकिन 100 में से 35 फीसदी अंक लाने में भी नाकाम रहे।

फेल होने के बावजूद उन्होंने अपनी मांग जारी रखी। इतना ही नहीं, गुवाहाटी हाईकोर्ट में अपील भी दायर कर दी। हाईकोर्ट ने इस मामले को सुप्रीम कोर्ट में भेज दिया।

चीफ जस्‍टिस टीएस ठाकुर ने तय किया कि वे फास्‍ट ट्रैक कोर्ट के जज से कुछ साधारण से सवाल पूछेंगे। यह सवाल कानून से संबंधित ही थे। लेकिन फास्‍ट ट्रैक कोर्ट के जज इनके जवाब भी न दे सके। आखिरकार सुप्रीम कोर्ट ने बतौर जिला जज उनकी नियुक्ति पर रोक लगा दी।

वहीं, फास्ट ट्रैक कोर्ट के जज ने दलील दी कि उनकी प्रैक्टिस छूट गई है। उन्होंने इसकी वजह अपना केस बताया। उनका कहना था कि तीन साल से वह यह केस लड़ रहे हैं। इसीलिए उन्हें प्रैक्टिस करने का मौका नहीं मिल पाया।

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