जॉनसन एंड जॉनसन ने भारत में अपने सिंगल-शॉट कोविड -19 वैक्सीन का प्रस्ताव लिया वापस
जॉनसन एंड जॉनसन ने भारत में अपने सिंगल-शॉट कोविड -19 वैक्सीन को मंजूरी देने का अपना प्रस्ताव वापस ले लिया है, ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) के सूत्रों ने सोमवार को इंडिया टुडे को बताया। जॉनसन एंड जॉनसन ने अभी तक वापसी का कोई कारण नहीं बताया है।
पहले खबर आई थी कि जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन की कुछ हजार डोज जुलाई में भारत आ सकती है। जॉनसन एंड जॉनसन ने अपना प्रपोजल वापस क्यों लिया है, अभी इसका कोई ठोस कारण सामने नहीं आया है। अभी भारत में सिर्फ एक ही विदेशी वैक्सीन का इस्तेमाल किया जा रहा है, जो रूस की स्पुतनिक वी है। इसके अलावा भारत में मॉडर्ना, फाइज़र समेत अन्य वैक्सीन की एंट्री पर काम चल रहा है। लेकिन अभी तक किसी को भी मंजूरी नहीं मिली है। भारत में अब तक तीन टीकों को इमरजेंसी यूज ऑथराइजेशन (ईयूए) दिया जा चुका है- एस्ट्राजेनेका का कोविशील्ड, कोवैक्सिन और स्पुतनिक वी।
जॉनसन एंड जॉनसन ने कहा है कि उसके सिंगल-शॉट वैक्सीन ने डेल्टा संस्करण और अन्य उभरते उपभेदों के खिलाफ मजबूत वादा दिखाया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, हल्के से मध्यम कोविड -19 के लिए जेएंडजे वैक्सीन की प्रभावकारिता 66.3 प्रतिशत और गंभीर से गंभीर संक्रमण के लिए 76.3 प्रतिशत थी। इसके अतिरिक्त, यह टीकाकरण के 28 दिनों के बाद कोविड-19 के लिए अस्पताल में भर्ती होने से 100 प्रतिशत सुरक्षा प्रदान करता है।