जीएसटी : ‘महागुरु’ ने बजा दी खतरे की घंटी, ठंडे बस्ते में जा सकता है मोदी का ड्रीम प्लान!

जीएसटी लागूनई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीएसटी लागू करने के लिए 30 जून की मध्य रात्रि का समय निश्चित किया है। इस ऐलान के लिए संसद की विशेष बैठक भी बुलाई गई है। लेकिन खास बात यह है कि कांग्रेस ने इस बैठक में भाग लेने से साफ इनकार कर दिया। इतना ही नहीं पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इस बैठक के लिए निमंत्रण को अस्वीकार करते हुए बैठक में शामिल न होने का फैसला लिया है। इस बात क खुलासा पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता सत्यव्रत चतुर्वेदी ने किया। बता दें मनमोहन को भारतीय अर्थ शास्त्रियों का महागुरू भी कहा जाता है।

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने यह फैसला पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और अन्य नेताओं से मुलाकात के बाद लिया।

वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को लागू करने के अवसर पर 30 जून मध्य रात्रि को संसद में बुलाई गई बैठक को लेकर कांग्रेस दुविधा में थी और उसने इस बारे में अन्य विपक्षी दलों से भी बातचीत की है। वहीं अन्य विपक्षी दलों द्वारा भी ऐसा ही किया जाने की संभावना है।

तृणमूल कांग्रेस पहले ही इस समारोह का बहिष्कार की घोषणा कर चुकी है। कुछ नेताओं का मानना है कि जीएसटी को जल्दबाजी में लागू किया जा रहा है और सभी पक्षों को ध्यान में नहीं रख गया है जिसके कारण छोटे व्यापारियों एवं कारोबारियों के लिए समस्याएं बढ़ सकती है।

वहीं माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी भी जीएसटी लागू करने के मामले में सरकार द्वारा जल्दबाजी दिखाये जाने को लेकर भी सवाल उठाया और कहा कि बीजेपी ने विपक्ष में रहने के दौरान इस प्रणाली का विरोध किया था।

खबरों के मुताबिक कांग्रेस देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के स्वतंत्रता के समय दिए गये ‘नियति से किये गये वादे’ वाले ऐतिहासिक अवसर का महत्व कम नहीं करना चाहती। इसीलिए वह इस प्रकार के किसी कार्यक्रम में भाग लेने को इच्छुक नहीं है।

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