जिसका डर था वही हुआ, मुसलमानों को मिली ‘योगी’ की धमकी
हैदराबाद| भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश इकाई ने चेतावानी भरे लहजे में कहा है कि तेलंगाना में यदि मुस्लिम समुदाय को नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण दिया गया तो यहां भी एक ‘योगी’ उभर सकता है।
तेलंगाना विधानसभा के सदस्य एनवीएसएस प्रभाकर ने तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) की सरकार को मुस्लिमों को दिया जाने वाला आरक्षण चार फीसदी से बढ़ाकर 12 फीसदी किए जाने के प्रस्ताव को लागू न करने की चेतावनी दी है।
मालूम हो कि तेलंगाना में सत्ता संभाल रही टीआरएस मुस्लिमों की राजनीति करती हुई मानी जाती है। वहीं भाजपा का वोटर हिंदूवादी और अपर क्लास तबके से जुड़े तबके की राजनीति करती है।
प्रभाकर ने कहा, अगर मुस्लिमों को आरक्षण प्रदान किया गया तो तेलंगाना में भी एक और योगी पैदा हो जाएगा। यहां प्रभाकर का इशारा उत्तर प्रदेश के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री कट्टर हिंदुत्ववादी छवि वाले योगी आदित्यनाथ से है।
प्रभाकर ने यह भी आरोप लगाया कि तेलंगाना पिछड़ा वर्ग आयोग अल्पसंख्यकों के लिए काम कर रहा है और पिछड़े वर्ग के समुदाय के साथ अन्याय कर रहा है। प्रभाकर ने यह आरोप पिछड़ा वर्ग आयोग द्वारा मुस्लिमों की समाजिक-आर्थिक स्थिति पर किए गए सर्वेक्षण के संदर्भ में यह आरोप लगाया है।
भाजपा ने चेतावनी दी है कि यदि तेलंगाना सरकार मुस्लिमों को उनकी आबादी के अनुरूप आरक्षण देने के अपने प्रस्ताव को लागू करता है तो वे पूरे राज्य में विरोध-प्रदर्शन करेंगे।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के. लक्ष्मण का कहना है कि धर्म के आधार पर आरक्षण संविधान के खिलाफ है। उन्होंने अदालत द्वारा इससे पहले मुस्लिमों को आरक्षण दिए जाने को खारिज करने वाले आदेश का हवाला दिया। इसके बाद भी टीआरएस पर कोई असर न होता देख भाजपा योगी मिसाइल का डर दिखाया है।
मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने मुस्लिमों और अनुसूचित जातियों के आरक्षण में वृद्धि किए जाने के लिए विधेयक पेश करने की घोषणा की है। यह विधेयक तेलंगाना विधानसभा के इस समय चल रहे सत्र के दौरान ही पेश किया जाएगा।