जिले में एलएलआइएन तकनीक से बनी मच्छरदानी का वितरण करेगा मलेरिया विभाग

जिले में मलेरिया विभाग एलएलआइएन (लांग लास्टिग इंसेक्टिसाइडल नेट) तकनीक से बनी मच्छरदानी का वितरण करेगा। पहले चरण में फेल्सीपेरम से पीड़ित मरीजों के परिजनों को इसका वितरण शुरू किया गया है। बताते हैं कि इस इस मच्छरदानी पर बैठते ही मच्छर और कीट खत्म हो जाएंगे।

जिला मलेरिया विभाग ने पहले चरण में देहात क्षेत्र में इनका वितरण शुरू किया है। उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाई कारपोरेशन लखनऊ से 10040 मच्छरदानी मिली हैं जिसमें मलेरिया प्रभावित क्षेत्रों में अब तक 4000 मच्छरदानियों का वितरण किया जा चुका है। एलएलआइएन मच्छरदानी को कीटनाशक मच्छरदानी कहते है। इस पर कीटनाशक दवा का लेप होता है। इससे मच्छरों के साथ-साथ यह कीट पतंगों का खात्मा करती है। 4.50 लाख की भेजी गई डिमांड

– जिला मलेरिया विभाग की ओर से केंद्र सरकार को 4.50 लाख मच्छरदानी की डिमांड भेजी है। बताया गया है कि यहां मलेरिया के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है इसलिए उनके साथ-साथ उनके परिवार को सुरक्षित रखने के लिए इतनी मच्छरदानी की जरूरत पड़ेगी।

वर्जन ..

मच्छरों के साथ-साथ अन्य कीड़े पतंगों को खत्म करने के लिए एलएलआइएन मच्छरदानी पहली बार जिले को मिली हैं। इसका वितरण कर डिमांड भेजी गई है।

LIVE TV