जानिए नए ट्रैफिक नियम को इस वजह से किया गया लागू , 11 राज्य हुए लामबंद…
देश में भारत सरकार द्वारा नए ट्रेफिक नियम को लागू किया गया हैं। जहां देखा जाये तो इस ट्रेफिक नियम को लागू करने के बाद काफ़ी रिजल्ड अच्छा गया हैं. लेकिन वहीं ट्रेफिक को लारकर एक आई खबर सामने आई हैं जिसे सुनकर सबके होश उड़ गये है।
बतादें कि देश में एक सितंबर से लागू किए गए नए ट्रैफिक नियम से वाहन चालकों के बीच खौफ देखने को मिल रहा है। पहले जिस ट्रैफिक सिग्नल को लोग यूं ही तोड़कर चले जाते थे वहां आज कल सिग्नल लाल होते ही लोग रूके दिखाई देने लगे हैं। जिन लोगों के पास गाड़ी के पूरे पेपर्स नहीं है वो अब मेट्रो या बस से सफर कर रहे हैं, क्योंकि अब चालान 100 रुपये का नहीं बल्कि हजारों रुपये का है। कुछ मामलों में जितने की गाड़ी नहीं है उससे ज्यादा का तो चालान कट चुका है।
वहीं केंद्र के मोटर वाहन अधिनियम संशोधन कानून 2019 के 63 प्रावधानों को कड़ाई से लागू करने के बाद भारी-भरकम जुर्माने की खबरें भी सामने आ रही हैं। दिल्ली में हाल ही में अब तक सबसे बड़ा चालान काटा गया है। एक ट्रक मालिक को ओवरलोडिंग के लिए दो लाख 500 रुपये का भारी-भरकम चालान भरना पड़ा।
पांच राज्यों ने इस कानून का विरोध करते हुए अपने यहां लागू करने से इनकार कर दिया है। इसमें कांग्रेस शासित मध्यप्रदेश, राजस्थान, पंजाब के साथ ही पश्चिम बंगाल और तेलंगाना शामिल हैं। इन्होंने नए ट्रैफिक कानून को जनविरोधी बताया है।
इन दिनों वाहनों का बीमा करवाने व पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल (पीयूसी) सर्टिफिकेट बनवाने वालों की भारी भीड़ देखी जा रही है। वाहनों के बीमा के लिए जानकारी मांगने वालों की संख्या 10-15 फीसदी तक बढ़ गई है वहीं पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल सेंटर्स पर आने वाले वाहनों की संख्या चार गुना तक बढ़ गई है। अब सवाल यह उठ रहे हैं कि हमें इतने कड़े ट्रैफिक नियमों की जरुरत क्यों पड़ी। क्या लोग जुर्माने के बिना कड़े कानून का पालन नहीं कर सकते।