जानिए क्या है कर्मोदय और कर्मयोगी योजना? जिसकेतहत चयनित छात्रों को इंटर्नशिप पूरी करने पर मिला प्रमाण पत्र

लखनऊ विश्वविद्यालय के मंथन हाल में आयोजित एक कार्यक्रम मे लखनऊ विश्वविद्यालय की इन हाउस इंटर्नशिप योजनाओं “कर्मोदय” एवं “कर्मयोगी” के तहत चयनित छात्रों को इंटर्नशिप पूरी करने पर कुलपति माननीय प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने प्रमाण पत्र वितरित किए। इस अवसर पर छात्र छात्राओ को सम्बोधित करते हुए समग्र विकास के लिए सुनिश्चित प्रयास किए जाने पर बल दिया । माननीय कुलपति प्रो आलोक कुमार राय ने छात्रों को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति २०२० ने छात्र छात्राओ के समग्र विकास एवं कौशल वर्धन के अनेक द्वार खोले हैं जिसके परिणाम राष्ट्र निर्माण मे दूरगामी साबित होंगे । इस अवसर पर कर्मोदय योजना के 7 छात्रों एवं कर्मयोगी के 35 छात्रों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। कर्मयोगी योजना के सफल छात्र छात्राओ को इंटर्नशिप की राशि बैंक ट्रांसफर द्वारा सीधे खाते मे भुगतान करी जा रही है ।

छात्रों ने बताया कि यह योजनाऐं उनके सीखने के क्रम मे काफी सार्थक हैं क्योंकि ज्यादातर कंपनियां फ्रेशर उम्मीदवारों से भी इंटर्नशिप की अपेक्षा रखती हैं । इसके साथ ही उन्हे टीम मे समयबद्ध तरीके से कार्य करने के साथ-साथ व्यक्तित्व विकास मे काफी सहायता मिलती है ।

अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो पूनम टंडन ने बताया कि कर्मयोगी योजना की सफलता से प्रेरित छात्रो की बेहद मांग पर, ‘कर्मोदय’ योजना की शुरूआत माननीय कुलपति द्वारा छात्र कल्याण केंद्रित कार्यक्रमों के तहत करी गई थी । ज्ञात हो कि ‘कर्मोदय’ (अवैतनिक इन-हाउस इंटर्नशिप) एवं “कर्मयोगी” योजना (भुगतान सहित इंटर्नशिप) मे विश्वविद्यालय के सभी अंतिम और पूर्व-अंतिम वर्ष के छात्र भाग ले सकते हैं । कर्मोदय योजना में, इंटर्नशिप की अवधि 50 दिनों से लेकर 6 महीने तक है, जबकि कर्मयोगी योजना के तहत छात्र 50 दिन तक प्रतिदिन 2 घंटे अपने कौशल के अनुसार विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों मे कार्य कर सकते हैं ।

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