यात्रा सीजन के दौरान पहाड़ों की रानी मसूरी जाने को लेकर बसों की जबरदस्त मारामारी है। आलम यह है कि एक अदद सीट के लिए यात्रियों को तेज धूप में लंबी लाइनें लगानी पड़ रही हैं।

बता दें की बसों में सीट नहीं मिलने की वजह यात्रियों को टैक्सी करनी पड़ रही हैं, जो उनकी जेब पर भारी पड़ रही हैं। बसों में सीट नहीं मिलने की स्थिति में कई यात्री एक साथ मिलकर टैक्सी करके मसूरी पहुंच रहे हैं।
परिवहन निगम के पास बसों की संख्या इतनी नहीं है कि वे अतिरिक्त बसों का संचालन कर सकें। महाप्रबंधक दीपक जैन का कहना है कि पर्वतीय डिपो से मसूरी के लिए फिलहाल 20 बसें संचालित की जा रही हैं।
एक बस तीन फेरे लगा रही है ऐसे में कुल मिलाकर 60 फेरे लग रहे हैं, लेकिन यात्रियों की संख्या बहुत अधिक होने की वजह से दिक्कतें आ रही हैं।
दरअसल उल्लेखनीय है कि कर्मचारी संगठनों द्वारा यात्रा सीजन शुरू होने से पहले मांग उठाई गई थी कि मसूरी समेत अन्य पर्यटन स्थलों के लिए अतिरिक्त बसें का संचालन किया जाए।
लेकिन यात्रा सीजन के मद्देनजर परिवहन निगम प्रबंधन तैयारियों को अंतिम रूप नहीं दे पाया। परिणामस्वरूप यात्रियों को मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है।