इस लड़की का चेहरा और बदन बर्बाद हो गया, पढ़िए दर्द और ज़ुल्‍म की खौफनाक दास्‍तां

ज़ुल्‍मवाराणसी। सीएम योगी के आने की तैयारी में बड़ा हादसा हो गया है। दरअसल उनके आने के कारण काम में तेजी आ गई थी। इसीबीच रोड बना रहे रोडवेज कर्मियों की लापरवाही ने दो मासूमों को अपनी गैरजिम्मेदारी का शिकार बना डाला। दो सगी बहनें वहीं पास से ही स्कूटी पर जा रही थीं। जिनके शरीर पर तारकोल और गिट्टी जा गिरी जिससे एक लड़की का चेहरा और आधा शरीर बुरी झुलस गया। वहीं छोटी बहन का हाथ।

लड़कियों का इलाज करने वाले प्लास्टिक सर्जन डॉ सुबोध सिंह ने बताया कि तारकोल 140 से 180 डिग्री टेम्प्रेचर पर पिघलता है। इसका बर्न बॉडी पर काफी डीप और डेंजरस होता है। बड़ी लड़की का चेहरा, हाथ, चेस्ट बर्न हुआ है।

वहीं छोटी लड़की का हाथ बर्न हुआ है। तारकोल को बॉडी से धीरे-धीरे हटाने में कई दिन लग सकता है। बॉडी पर स्पॉट आना ही है। सूखने के बाद प्लास्टिक सर्जरी की आवश्यकता पड़ सकती है। ऐसा कभी हो तो तुरंत पानी डालना चाहिए। वहीं भेलूपुर इंस्पेक्टर राजीव सिंह ने बताया तारकोल डालने वाले मजदूर को पकड़ा गया है। बहरहाल उसके साथ जो और लोग थे वो भाग गए हैं।

ज़ुल्‍म

इस घटना के बाद वहां मौजूद आक्रोशित राहगिरों ने सड़क बना रहे मजदूरों की जमकर पिटाई कर दी। बवाल की सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों लड़कियों को पास के निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया। गर्म तारकोल लड़कियों के शरीर पर बुरी तरह से चिपकने के चलते डॉक्टरों ने भी हाथ खड़े कर दिए। उसके बाद दोनों को दूसरे अस्पताल ले जाया गया।

घटना की शिकार लड़की एलीना ने बताया कि वो अपनी छोटी बहन के साथ कोचिंग जा रही थी तभी महमूरगंज रोड पर कर्मचारियों की लापरवाही के साथ सड़क पर तारकोल छिड़का जा रहा था लेकिन जल्दीबाजी के चलते मजदूर से ये तारकोल उन्हीं के शरीर पर आ गिरा एलिना का कहना है कि वो हॉर्न बजाने के साथ चिल्ला भी रही थी लेकिन मजदूर को ठेकेदार की डांट-फटकार ने शायद अंधा-बहरा बना दिया था।

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लड़की के पिता मोहम्मद मय्सर ने बताया कि प्रशासन और ठेकेदार की लापरवाही के चलते ये घटना हुई है। पिता ने कहा कि वो दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराएंगे। फिलहाल वे अपने बच्चों के इलाज में जुटे हैं।

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