जब सांसद डिंपल यादव का हुआ अपनी ही पार्टी के गुंडों से सामना
लखनऊ : हुआ यू कि समाजवादी पार्टी के मुखिया और प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव पार्टी उम्मीदवारों के समर्थन में प्रचार के लिए इलाहबाद पहुँची थी। सांसद डिंपल यादव का हुआ अपनी ही पार्टी के गुंडों से सामना । अभी उन्होंने मंच संभाला ही था कि सभा के दौरान वह सपा कार्यकर्ताओं के शोरगुल में अपनी बात न कह पाने से नाराज़ हो गई। डिम्पल यादव ने कई बार चेतावनी भी दी कि आपकी बात आपके भैया (अखिलेश यादव) से करेंगी। स्थिति को देखते हुए डिम्पल यादव ने कुछ लोगों की ओर इशारा करते हुए कहा कि वे इसकी शिकायत आपके भैया से करेंगी। अब देखने वाली बात यह है कि इस शिकायत पर क्या होता है। अब देखना यह है कि अखिलेश अपनी पत्नी की शिकायत पर अपनी ही पार्टी के गुंडा तत्वों पर कार्रवाई करते हैं या फिर पार्टी की खास पहचान बने इन तत्वों पर नकेल कसने का साहस करते हैं।
100 या 1090 डायल क्यों नहीं किया ?
हंगामे के दौरान भीड़ से डायल 100 की आवाज़ भी दी गयी डिम्पल ने उसे सुन कर भी अनसुना करने में ही अपनी भलाई समझी। समाजवादी पार्टी ने प्रदेश में सुरक्षा विशेषकर, महिलाओं की सुरक्षा के लिये तत्काल सहायता के लिए 100 और 1090 नंबर डायल करने की व्यवस्था की है। सभा स्थल पर मौजूद पुलिस कर्मी भी बेबस दिख रहे थे, शायद सपा की पारिवारिक कलह समझकर।
मुझे आप लोगो से डर लग रहा है
समाजवादी पार्टी के उपद्रवी तत्त्वों द्वारा लगातार की जा रही बेहूदा हरकतों से डिम्पल यादव को माइक पर यह भी बोलना पड़ा कि मुझे आप लोगो से डर लग रहा है। डिंपल यादव को डर था कि कही यह उपद्रवी लोग मंच पर आकर और कोई शर्मनाक हरकते न कर बैठे। भैया से शिकायत की बात कह कह कर डिम्पल कार्यकर्ताओ को नियंत्रित करने का असफल प्रयास करती रहीं। ऐसा लग रहा था कि भैय्या के नाम का भी कोई प्रभाव उन पर नहीं पड़ रहा था। कुछ युवकों को डांटती भी रही और सभा स्थल से जाने को भी कहा पर शरारती तत्वों कोई असर नहीं दिखा। कार्यकर्ताओ का खौफ और डर डिंपल के चेहरे पर साफ़ नज़र आ रहा था।
इलाहाबाद की उपद्रवी घ्टना शर्मनाक
हंडिया और ट्रांसपोर्टनगर इलाहाबाद में मुलायम सिंह की बहू, अखिलेश की पत्नी डिम्पल यादव के साथ जो घटना घटित हुई है उससे इलाहबाद के मतदाता सकते में है। सपा ने यह प्रमाणित कर दिया कि उसकी परतु गुंडों और मवालियों की पार्टी है जो किसी के साथ कोई भी घटना कर सकती है। सदैव मुस्कराने वाली बहू का चेहरा पहली बार किसी ने गुस्से के रूप में देखा होगा। इलाहबाद के मतदाता कांग्रेस के साथ गठबंधन से वैसे ही असंतुष्ट थे और अब खुद अपनी सुरक्षा को लेकर बैचैन हैं। देश के मुख्यमंत्री की पत्नी और देश की संसद सदस्य से पार्टी के कार्यकताओं की ओर से की गई इस ओछी हरकत से कहीं न कहीं बसपा सुप्रीमो मायावती और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कथन कि सपा गुंडों बदमाशों की पार्टी है को ही बल मिलता दिख रहा है।