अब सड़कों पर नहीं दौड़ेगी शेवरोले की कार, भारत से कारोबार समेटेगी जनरल मोटर्स

जनरल मोटर्सनई दिल्ली। जनरल मोटर्स ने भारत में अपने सभी प्रकार की वाहनों की बिक्री पूरी तरह से रोकने का फैसला किया है। दरअसल कंपनी पिछले दो दशकों से लगातार भारतीय बाजार में पैठ बनाने की कोशिश कर रही थी, लेकिन लगातार विफलता को देखते हुए उसने ये फैसला लिया है।

अब कंपनी केवल अपने तालेगांव, महाराष्ट्र स्थित कारखानों से वाहनों के निर्यात पर ध्यान केंद्रित करेगी। साथ ही कंपनी के इस कदम से भारत के ‘मेड इन इंडिया’ टैग को भी बड़ा झटका लग सकता है।

कंपनी ने अपने बयान में कहा, उसने जीएम इंडिया की भावी उत्पाद योजनाओं की व्यापक समीक्षा के बाद यह फैसला किया है। साथ ही कंपनी ने भारत सहित चार अन्य अंतरराष्ट्रीय बाजारों से भी निकलने का फैसला किया है।

कंपनी के कार्यकारी उपाध्यक्ष स्टीफन जेकोबी ने कहा है कि कंपनी ने अनेक विकल्पों पर विचार किया और पाया कि भारत के लिए उसने जिस निवेश की योजना बनाई थी उससे अपेक्षित रिटर्न नहीं मिलने वाला है।

गौरतलब है की भारत में 2016-17 में जीएम की बिक्री 21 प्रतिशत से घटकर महज 25,823 वाहनों तक सिमट गई है। लेकिन इस दौरान कंपनी का उत्पादन 16 प्रतिशत बढ़कर 83,368 वाहन बिक्री तक जा पहुंचा था। इनमें से अधिकतर वाहनों का निर्यात किया गया।

साथ ही कंपनी ने 2015 में घोषणा की थी कि वह भारत में अपने विनिर्माण परिचालन के विस्तार के लिए एक अरब डॉलर का निवेश करेगी। कंपनी ने स्थानीय विनिर्मित 10 वाहन भी पेश करने की घोषणा की थी।

लेकिन भारतीय परिचालन के खराब प्रदर्शन के मद्देनजर कंपनी ने सारी निवेश योजना पर रोक लगा दी थी। और अपनी भावी योजनाओं की समीक्षा भी की थी।

बता दें कंपनी ने अपने सभी कर्मचारियों को इस फैसले से पहले ही अवगत करा दिया है। लेकिन कंपनी के इस फैसले से कितने कर्मचारी प्रभावित होंगे,  इस बारे में अभी कोई आकंडा सामने नहीं आया है।

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