छठ पूजा से बाजारों में रोनक, जानिए क्यों खास है ये त्योहार

Report – PRADEEP YADAV

कुशीनगर- सूर्य षष्ठी यानी छठ पूजा की रौनक इन दिनों बाजार में देख सकते हैं। डाला, सुप्ती, नींबू, नारियल, गन्ना, केला के घौद से बाजार रंग-बिरंगा हो रहा है। लोग षष्ठी माता और सूर्य नारायण को प्रसन्न करने की तैयारी में जुटे हैं।

यह त्योहार पूरे परिवार के साथ धूमधाम से मनाया जाता है, इसलिए जो लोग नौकरी या व्यंवसाय के सिलसिले में घर से दूर रहते हैं, वे अब छठ पूजा में घर आ जाते हैं या जाने की तैयारी में रहते है। आइए आपको बताते हैं इस बार छठ पूजा को लेकर किस प्रकार की तैयारियां है।

छठ पूजा पर बाजारों में पूरा रौनक देखने को मिलता है महिलाएं बाजार जाकर कपड़ो के साथ साथ छठ पूजा सम्बंधित समान खरीदते है हमारे संवाददाता शैलेन्द्र गुप्ता ने तैयारी को लेकर जानकारी प्राप्त किया कि छठ शहर में पूरी भीड़ के साथ खरीददारी और तैयारी में लगे है ।

छठ पूजा भगवान सूर्य की आराधना साल में दो बार की जाती है। पहले उनकी पूजा चैत्र शुक्ल षष्ठी तिथि और दूसरी कार्तिक शुक्ल षष्ठी के दिन भगवान सूर्यनारायण की पूजा की जाती है। लेकिन कार्तिक शुक्ल षष्ठी को छठ को मुख्य पर्व के रूप में मनाया जाता है। इस दिन का विशेष महत्व है। छठ पूजा चार दिनों तक की जाती है। जिसे छठ पूजा, डाला छठ, छठी माई, छठ, छठ माई पूजा, सूर्य षष्ठी पूजा आदि नामों से जाना जाता है।

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छठ पूजा में स्नान और दान को विशेष महत्व दिया जाता है। पुराणों के अनुसार लंका पर विजय प्राप्त करने के बाद भगवान राम ने जिस समय राम राज्य की स्थापना की थी उस दिन कार्तिक शुक्ल षष्ठी तिथि थी। जिसमें माता सीता और भगवान राम ने व्रत रखा था और भगवान सूर्यनारायण की आराधना की थी। इसके बाद सप्तमी को पुन: एक बार अनुष्ठान कर भगवान सूर्य से आर्शीवाद लिया था।

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