इलेक्शन कमीशन लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने पर राजी!
नई दिल्ली : लोकसभा और सभी राज्यों के विधानसभा चुनाव एक साथ कराए जाने का चुनाव आयोग ने समर्थन किया है। इस संबंध में कानून मंत्रालय को पत्र भी आयोग लिख चुका है।
एक अंग्रेजी अखबार की खबर के मुताबिक मई के पहले सप्ताह में आयोग ने इस बारे में कानून मंत्रालय को लिखा। ऐसा पहली बार है जब चुनाव आयोग ने आधिकारिक रूप से सभी चुनावों को एक साथ कराए जाने पर सहमति जताई हो।
चुनाव आयोग की सहमति!
आयोग ने दो पेज के पत्र में कहा है कि वह एक साथ चुनाव कराए जाने के विचार का समर्थन करता है। आयोग ने लिखा है कि एक साथ लोकसभा और विधानसभा चुनाव कराना बहुत मुश्किल नहीं है, यदि राजनीतिक दलों में सहमति बन जाती है।
चुनाव आयोग ने यह बात कानून मंत्रालय के उस पत्र के जवाब में कही है जिसमें कानून मंत्रालय ने इस बारे में संसदीय समिति की 79वीं रिपोर्ट के बारे में आयोग की प्रतिक्रिया मांगी थी।
पीएम मोदी ने पूरे देश में एक साथ चुनाव कराने का आइडिया दिया था। बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में चुनावों में पैसे और समय की बचत के लिए यह सुझाव दिया था।
भाजपा ने 2014 के लोकसभा चुनावों में अपने घोषणा पत्र में लोकसभा और विधानसभा चुनावों को एक साथ कराने के योजना पर काम करने को भी कहा था।