चीन को तबाह करने के लिए अमेरिका तैयार, बस एक इशारे पर होगा न्यूक्लियर अटैक

चीन पर न्यूक्लियर अटैकनई दिल्ली। जहां एक ओर डोकलम इलाके को लेकर चल रहे विवाद में चीन और भारत की ठनी हुई है। वहीं अमेरिका भी चीन के अड़ियल रवैये से खासा नाराज है। इस मामले में अमेरिकी कमांडर ने चीन को न्यूक्लियर बम से उड़ने की धमकी भी दी। यूएस पेसिफिक फ्लीट के कमांडर का कहना है कि यदि अमेरिकी राष्ट्रपति इस बात की इजाजत देते हैं तो बेशक वे चीन पर न्यूक्लियर अटैक करने से नहीं चूकेंगे। यदि किसी भी सूरत में ऐसा हुआ तो चीन को उसके अड़ियल रवैये और बेख़ौफ़ मनमानी का तगड़ा खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।

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बता दें ऑस्ट्रेलियाई तट पर अमेरिका-ऑस्ट्रेलियाई सेना के प्रमुख युद्धाभ्यास के बाद ऑस्ट्रेलियाई नेशनल यूनिवर्सिटी सुरक्षा सम्मेलन में एक कॉन्फ्रेंस के दौरान कमांडर ने यह बात कही।

अमेरिकी कमांडर एडमिरल स्कॉट स्विफ्ट ने एक काल्पनिक सवाल के जवाब में यह उत्तर दिया।

कार्यक्रम में दर्शकों में मौजूद एक शख्स द्वारा जब यह पूछा गया कि अगर ट्रंप आपको अगले हफ्ते चीन पर परमाणु हमला करने का आदेश तो क्या आप करेंगे? इस पर अमेरिकी कमांडर ने हां में जवाब दिया।

स्विफ्ट ने आगे कहा, “अमेरिकी सेना के हर सदस्य को यूनाइडेट स्टेट के संविधान की सभी घरेलू और विदेश दुश्मनों से रक्षा करने की शपथ दिलाई जाती है और अधिकारियों तथा अमेरिका के राष्ट्रपति (कमांडर इन चीफ) के आदेश का पालन करना हमें बताया जाता है। यह अमेरिकी संविधान का मूल है।

पेसिफिक फ्लीट के प्रवक्ता कैप्टन चार्ली ब्राउन ने बाद में कहा कि स्विफ्ट के उत्तर ने सेना पर नागरिक नियंत्रण के सिद्धांत की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि एडमिरल सवाल के आधार को संबोधित नहीं कर रहे थे, वह सेना के नागरिक अधिकार के सिद्धांत को संबोधित कर रहे थे।

द्विवाषिक टेलिसमैन सेबर अभ्यास के दौरान 36 वॉरशिप्स ने हिस्सा लिया। जिनमें एयरक्राफ्ट कैरियर यूएसएस रोनाल्ड रिगान, 220 एयरक्राफ्ट तथा 33,000 सैनिक भी शामिल थे।

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पिछले दिनों दक्षिणी व पूर्वी सागर क्षेत्र पर चीन और अमेरिका में बढ़ती तनातनी के बीच पेइचिंग ने वॉशिंगटन को चेताया था।

चीन ने कहा है कि वह ‘गैरदोस्ताना खतरनाक’ सैन्य गतिविधियों को रोक दे। साथ ही चीन ने इस बात से साफ इनकार किया कि उसके लड़ाकू विमान के पायलटों ने अंतरराष्ट्रीय वायु सीमा में अमेरिका के टोही विमानों के खिलाफ खतरनाक तरीके से विमान उड़ाया था जिसके कारण अमेरिकी पायलट को दिक्कत हुई थी।

भले ही अमेरिकी कमांडर ने इस बात को उस लहजे में नहीं कहा, लेकन कहीं न कहीं उनके बयान से चीन के रवैये के प्रति नाराजगी तो जाहिर ही होती है। इतना ही नहीं ऐसे कई देश है जो चीन की दखल अंदाजी से खार खाए बैठे हैं।

देखें वीडियो :-

https://youtu.be/laB0oAbGPMk

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