
बीजिंग| चीन ने ताईवान को दलाई लामा को आमंत्रित करने पर बुधवार को चेतावनी दी है। बीजिंग ताइवान पर अपना दावा करता है। बीजिंग ने चेतावनी में कहा है कि इससे उनके संबंधों पर ‘गहरा प्रभाव’ पड़ेगा।
तिब्बत पर दलाई लामा के रुख को लेकर चीन उन्हें ‘देशद्रोही’ मानता है। ताइवान के एक दिग्गज नेता फ्रेडी लिम ने दलाई लामा को देश में आने का न्योता दिया है। लिम ने पिछले सप्ताह भारत में दलाई लामा से मुलाकात की थी।
चीन के ताइवानी मामलों के प्रभारी अधिकारी मा शिंआओगौंगान ने यहां मीडिया से कहा, “ताइवान में कुछ ताकतों का इरादा तिब्बत की आजादी की मांग करने वाले अलगाववादियों के साथ सांठ-गांठ करना और गड़बड़ियां पैदा करना है, जिनसे ताइवान स्ट्रेट के आरपार संबंधों पर गहरा प्रभाव पड़ेगा।”
मा ने कहा, “हम दलाई लामा की किसी भी प्रकार से ताइवान यात्रा का कड़ा विरोध करते हैं।”
ताइवान की नवनिर्वाचित राष्ट्रपति साइ इंग वेन की इस घोषणा के बाद चीन और ताइवान के संबंधों में खटास आ गई है कि वह ‘वन चाइना’ के सिद्धांत को नहीं मानतीं।
उनके ऐसा मानने से इंकार के बाद चीन ने ताइवान के साथ अपने सभी संपर्क खत्म कर दिए थे।
अगर दलाई लामा ताइवान की यात्रा पर जाते हैं तो दोनों के बीच तनाव और बढ़ सकता है।





