बलूचिस्तान पर फेल हो गये पीएम मोदी के सारे दांव, चीन ने खड़ी की सबसे घातक दीवार
इस्लामाबाद। चीन ने ग्वादर बंदरगाह सीपेक के समुद्री मार्ग की साझा सुरक्षा के लिए कल पाकिस्तानी नौसेना को दो पोत सौंपे गए। 46 अरब डॉलर के चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपेक) के तहत आने वाले व्यापारिक मार्गों की सुरक्षा के लिए पाकिस्तान को दो पोत सौंपे हैं।
पकिस्तानी मीडिया के मुताबिक हिंगोल’ और ‘बासोल’ नामक दो पोत पाकिस्तानी नौसेना के वरिष्ठ अधिकारी वायस एडमिरल आरिफुल्ला हुसैनी के सुपुर्द किए गए।
पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में पड़ने वाले ग्वादर बंदरगाह को सीपेक के तहत विकसित किया जा रहा है जो पश्चिमी चीन को वाया पाकिस्तान पश्चिम एशिया, अफ्रीका और यूरोप से जोड़ने का काम करेगा।
हाल ही में चीन में निर्मित हिंगोल’ और ‘बासोल’ नामक ये पोत पाकिस्तानी नौसेना का हिस्सा होंगे और इनका इस्तेमाल अरब सागर में समुद्री क्षेत्र की सुरक्षा के लिए किया जाएगा। इन पोतों को सौंपे जाने के मौके पर ग्वादर में एक समारोह का आयोजन किया गया जिसमें चीन के कई अधिकारी मौजूद थे।
पाकिस्तानी समुद्री सुरक्षा एजेंसी के महानिदेशक रियर एडमिरल जमील अख्तर, कमांडर (पश्चिम) कोमोडार मोहम्मद वारिस और कई वरिष्ठ नौसेन्य एवं असैन्य अधिकारी इस मौके पर उपस्थित थे। वायस एडमिरल हुसैनी के मुताबिक, चीनी पोत के पाकिस्तानी नौसेना में शामिल होने से नौसेना और मजबूत होगी।