चारधाम यात्रा 2020: सोशल डिस्टेंसिंग के साथ भगवान बदरीविशाल की गाड़ू घड़ा यात्रा निकली

लॉकडाउन होने के बाद चारधाम यात्रा का आनंद और श्रद्धा  कहीं से कम होती नहीं दिख रही है. सभी नियमों का पालन करते हुए मंदिरों तक के लिए यात्राएं शुरु हो रहीं हैं. अब  भगवान बदरीविशाल की गाड़ू घड़ा (अभिषेक तेल कलश) यात्रा मंगलवार को डिम्मर गांव के लक्ष्मी नारायण मंदिर से जोशीमठ के लिए रवाना हो गई है. इस दौरान लक्ष्मी नारायण मंदिर में गाड़ू घड़ा तेल कलश की महाभिषेक पूजा की गई.

 

गांव के लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए तेल कलश के दर्शन कर भगवान बदरीविशाल के जयकारे लगाये। तेल कलश यात्रा नरेंद्रनगर से छह मई को डिम्मर गांव पहुंची थी। इस दौरान छह दिनों तक लक्ष्मी नारायण मंदिर में गाड़ू घड़ा की पूजा-अर्चना हुई।

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मंगलवार को सुबह 10 बजे टटेश्वर महादेव मंदिर से होकर यात्रा कर्णप्रयाग, लंगासू, चमोली, पीपलकोटी होते हुए जोशीमठ के नृसिंह मंदिर के लिए विधि-विधान से रवाना हुई।

कलश यात्रा के साथ चल रहे अरूण डिमरी, इंद्रभूषण डिमरी, हरीश डिमरी, राकेश डिमरी ने बताया कि यात्रा 13 मई को जोशीमठ से आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी के साथ योगध्यान मंदिर पांडुकेशर और वहां से 14 मई को यात्रा उद्धव व कुबेर जी, और शंकराचार्य की गद्दी सहित बदरीनाथ धाम पहुंचेगी।

 

15 मई को प्रातः की बेला पर 4.30 बजे बदरीनाथ मंदिर के कपाट खुलने पर भगवान का अभिषेक किया जायेगा।

 

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