गोरखपुर को PM मोदी ने दिया 10,000 करोड़ का तोहफा, CM योगी ने किया स्वागत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जनपद पहुंचे। जहां उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ मिलकर खाद कारखाना एवं अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) और रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर समेत 10,000 करोड़ की परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित की। इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा, गोरखपुर का उर्वरक कारखाना 10 जून 1990 में बंद हो गया था और 1990 से लेकर 2014 तक यानी 24 वर्षों तक किसी ने इसकी सूद लेने का काम नहीं किया। लेकिन 2016 में PM ने गोरखपुर में इसका शिलान्यास किया और पहले स्थापित कारखाने की तुलना में ये 4 गुना बड़ा है।

सभा को संबोधित करते हुए प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 5 साल पहले मैं यहां एम्स और खाद कारखाने का शिलान्यास करने आया था। आज इन दोनों का एक साथ लोकार्पण करने का सौभाग्य भी आपने मुझे ही दिया है। ICMR के रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर को भी आज अपनी नई बिल्डिंग मिली है। मैं उत्तर प्रदेश के लोगों को बधाई देता हूं। गोरखपुर में उर्वरक कारखाना और एम्स का शुरू होना अनेक संदेश दे रहा है। जब डबल इंजन की सरकार होती है तो डबल तेजी से काम भी होता है। जब नेक नीयत से काम होता है तो आपदाएं भी अवरुद्ध नहीं बन पाती है।

प्रधानमंत्री ने कहा, मैं आज योगी जी सरकार की इस बात के लिए सराहना करूंगा कि उन्होंने गन्ना किसानों के लिए बीते सालों में अभूतपूर्व काम किया है। गन्ना किसानों के लिए लाभकारी मूल्य, हाल में साढ़े 3 सौ रुपए तक बढ़ाया है। पहले की 2 सरकारों ने 10 साल में जितना भुगतान गन्ना किसानों को किया था लगभग उतना योगी जी की सरकार ने अपने साढ़े 4 साल में किया है। इसी के साथ ही पीएम मोदी ने कहा, जब डबल इंजन की सरकार होती है, तो डबल तेजी से काम भी होता है। जब नेक नीयत से काम होता है, तो आपदाएं भी अवरोध नहीं बन पातीं। जब गरीब-शोषित-वंचित की चिंता करने वाली सरकार होती है, तो वो परिश्रम भी करती है, परिणाम भी लाकर दिखाती है।

प्रधानमंत्री ने आगे कहा, आज़ादी के बाद से इस सदी की शुरुआत तक देश में सिर्फ 1 एम्स था। अटल जी ने 6 और एम्स स्वीकृत किए थे। बीते 7 वर्षों में 16 नए एम्स बनाने पर देशभर में काम चल रहा है। हमारा लक्ष्य ये है कि देश के हर जिले में कम से कम एक मेडिकल कॉलेज जरूर हो। जिस तरह से भगीरथ जी गंगा जी को लेकर आए थे वैसे ही इस उर्वरक प्लांट तक ईंधन पहुंचाने के लिए ऊर्जा गंगा को लेकर लाया गया है,पीएम ऊर्जा गंगा गैस पाइपलाइन योजना के तहत हल्दिया से जगदीशपुर पाइपलाइन बिछाई गई है। इस पाइपलाइन से पूर्वी भारत के दर्जनों ज़िलों में सस्ती गैस मिलने लगी है।

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